रांची : 5 मई को हर वर्ष वर्ल्ड हैंड हाइजीन डे पूरे विश्व में मनाया जाता है. घर परिवार में बुजुर्ग लोग बच्चों को साफ सफाई के प्रति आगाह करते रहते हैं परंतु हर 5 मई को लोगों को अपने हाथों के सफाई के प्रति जागरूक रहने साफ सफाई का सही तरीका अपनाने के लिए विशेष रूप से सचेत किया जाता है. शौच से आने के बाद तो प्राय सभी लोग मिट्टी या साबुन से हाथ धो लिया करते हैं परंतु भोजन करने से पहले कुछ लोग सिर्फ पानी से हाथ धोया करते हैं, जिस कारण हाथ पूरी तरह साफ नहीं हो पाता है और हाथ में लगे हुए बैक्टीरिया वायरस तथा कुछ गंदे पदार्थ रह जाते हैं.
हाथ के 1 सेंटीमीटर वर्गाकार में करीब 15-10 से ज्यादा जीवाणु विषाणु चिपक कर रह जाते हैं और भोजन करते समय भोजन के साथ मुख मार्ग के द्वारा गले तथा पेट में चले जाते हैं और अनेक गंभीर बीमारियों से ग्रसित कर देते हैं.
दिन में कम से कम 5 बार 20 सेकेंड तक हाथ धोना चाहिए
लोगों को दिन में कम से कम 5 बार अपने हाथों को 20 सेकंड तक साबुन से अच्छी तरह धोने की सलाह दी जाती है. शौच से आने के बाद अवश्य ही हाथ को साबुन से धो लेना चाहिए. 15 अक्टूबर को भी हैंड वाश डे मनाया जाता है परंतु 5 मई को वर्ल्ड हैंड हाइजीन डे या विश्व हाथ स्वच्छता दिवस मनाया जाता है. स्वच्छता का अनुपालन करने से अनेक रोगों से बचा जा सकता है जैसे वायरस जनित बीमारियां इनफ्लुएंजा टाइफाइड हेपेटाइटिस ए और मक्खी से होने वाली बीमारियां क्रीमी टाइफाइड तथा दूषित हाथ के द्वारा आंख नाक भी रोगों से ग्रसित हो जाता है. इस वर्ष कोरोनावायरस की महामारी से भी पूरा विश्व परेशान है तथा इस रोग से लाखों व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी है. 2020 में विश्व स्वास्थ्य संगठन हाथ की स्वच्छता को वैश्विक प्राथमिकता दी जाए हाथ की स्वच्छता को बनाए रखने से कोरोना वायरस के साथ-साथ अन्य रोगों से बचाव में काफी सहायता मिलने की आशा की जाती है.
नाखूनों को भी छोटा रखना चाहिए
नाखूनों को भी हमेशा काटकर छोटे-छोटे रखना चाहिए और रगड़ कर साफ कर देना चाहिए जिससे नाखून के अंदर किसी तरह की गंदगी बैक्टीरिया वायरस न रह पाए.
डॉक्टर वर्मा ने लोगों को किया जागरुक, निःशुल्क दवाइयां भी दी
यूएस पॉलीक्लिनिक के मुख्य चिकित्सा निदेशक एवं बिरसा कृषि विश्वविद्यालय अस्पताल के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उमाशंकर वर्मा द्वारा कचहरी चौक स्थित यूएस पॉलीक्लिनिक में वर्ल्ड हैंड हाइजीन डे के अवसर पर जागरूकता अभियान चलाया गया और लोगों से वर्तमान समय में अधिक सतर्क रहने और साफ सफाई पर ध्यान देने की सलाह दी गई. भारत सरकार के आयुष्मान निदेशालय द्वारा कोरोनावायरस से बचाव के लिए तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए दिए गए सलाह के अनुरूप आर्सेनिक एल्बम 30 पावर की होम्योपैथिक दवा 95 मरीजों को मुफ्त में दी गई. यह दवा रोग प्रतिरोधक क्षमता को तो बढ़ाता ही है, साथ ही सर्दी, जुकाम, ठंडा, बुखार घबराहट, बेचैनी, अनिद्रा, थकावट, कमजोरी को भी दूर करने की असीम क्षमता रखता है. डॉ वर्मा ने इस महामारी की घड़ी में मास्क लगाना बार-बार हाथ धोना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना घर में ही रहना और घर का ताजा गर्म भोजन करने कीवी सलाह दी.