मेदिनी नगर : उपायुक्त ने हरी झंडी दिखाकर डायन बिसाही उन्मूलन जागरूकता रथ को किया रवाना
उपायुक्त जिले को डायन-बिसाही जैसे अंधविश्वास से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से गुरुवार को समाहरणालय परिसर से डायन-बिसाही उन्मूलन जागरूकता रथ रवाना किया गया.
जागरूकता रथ को उपायुक्त शशि रंजन,उप विकास आयुक्त शेखर जमुआर,अपर समाहर्ता सुरजीत कुमार सिंह,एवं समाज कल्याण पदाधिकारी आफताब आलम ने संयुक्त रुप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर उपायुक्त श्री रंजन ने कहा कि डायन-बिसाही जैसा अंधविश्वास समाज के लिए अभिशाप है. डायन-बिसाही एक ऐसा कुप्रथा है, जिससे पलामू जिला भी प्रभावित है. ऐसी कुरीतियों पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि डायन-बिसाही जैसी कुप्रथा को सामाजिक जागरूकता के माध्यम से खत्म किया जा सकता है.उन्होंने कहा कि डायन-बिसाही जैसी कुरीति से न केवल महिलाओं,बल्कि समाज में भी नकारात्मक विचार धारा बढ़ रही है.
डायन-बिसाही के शक में किसी महिला को प्रताड़ित करना अपराध है. उन्होंने कहा कि आज के समाज में गरीब तथा असहाय महिलाएं इस कुरीति से सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही है.इस समस्या के समाधान के लिए डायन-बिसाही उन्मूलन जागरूकता रथ रवाना किया गया है.इस रथ के माध्यम से जिले के विभिन्न प्रखंड वासियों को जागरूक किया जायेगा.उन्हें बताया जायेगा डायन-बिसाही जैसी कोई चीज नहीं होती,यह सिर्फ मन का भ्रम है और कुछ नहीं.उन्होंने कहा कि अगर इस संबंध में किसी को प्रताड़ित किया जाता है,तो प्रताड़ित करने वालों पर कानूनी कार्रवाई करने का प्रावधान है.
मौके पर उपायुक्त के अलावा उप विकास आयुक्त शेखर जमुआर,अपर समाहर्ता सुजीत कुमार सिंह,जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आफताब आलम सहित अन्य उपस्थित थे. Save our girl child and save our society का मैसेज लिख उपायुक्त ने शपथ हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की रथ रवानगी के दौरान उपायुक्त ने महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा अधिष्ठापित हस्ताक्षर बोर्ड पर बेटी बचाने और समाज को बचाने का संदेश लिख हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की. इसके बाद उप विकास आयुक्त,अपर समाहर्ता,जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं अन्य लोगों ने भी हस्ताक्षर बोर्ड पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ संबंधित संदेश लिख बेटी बचाने एवं बेटी पढ़ाने का शपथ लिया. इस दौरान पूरे समाहरणालय परिसर के साथ जिले के अन्य स्थानों पर भी महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा बैनर तथा पोस्टर लगाकर डायन-बिसाही जैसी कुप्रथा के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जा रहा है इसके साथ ही डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम 2001 की जानकारी भी दी जा रही है.