नई दिल्ली: देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हालात ज्यादा खराब होते जा रहे हैं. पिछले 24 घंटों के दौरान 1,68,912 नए केस दर्ज किए गए हैं. इस बीच, खबर यह भी है कि कोरोना से बिगड़ते हालात को संभालने के लिए देश के कई राज्य अपने यहां पूर्ण लॉकडाउन लगाने की वकालत कर रहे हैं, तो कई राज्य लॉकडाउन की बजाए कड़ाई और दवाई के बूते स्थिति को संभालने का दावा कर रहे हैं. ऐसे में देखा यह जा रहा है कि इस समय लॉकडाउन को लेकर राज्यों के मुख्यमंत्री दो भागों में बंटे हुए दिखाई दे रहे हैं.
कोरोना से महाराष्ट्र और दिल्ली की हालत ज्यादा खराब दिखाई दे रही है. हालांकि, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब, गुजरात, बिहार, झारखंड, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु की स्थिति भी अच्छी नहीं है. सोमवार को कोरोना के बढ़ते मामलों से हालात को संभालने के लिए महाराष्ट्र और दिल्ली में लॉकडाउन लगाने जैसे कड़े फैसले किए जा सकते हैं. इसके लिए उद्धव और केजरीवाल सरकार ने अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है.
झारखंड की बात करें तो यहां भी कोरोना ने अबतक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है. झारखंड में कुल 2296 कोरोना पॉजिटिव केस है जबकि 12293 एक्टिव केस है. बता दें कि अबतक 21 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है.
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बता दें कि भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1,68,912 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,35,27,717 हो गई है. इस दौरान 904 लोगों की मौत हो गई है. इसके साथ ही, देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 12,01,009 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,21,56,529 है. अगर साप्ताहिक आधार पर देखें, तो अकेले उत्तर प्रदेश में इस समय रोजाना कोरोना के 3000 नए केस दर्ज किए जा रहे हैं. झारखंड इस समय 870 केस प्रतिदिन आ रहे हैं, जबकि बिहार में इस वक्त 732 केस रोजाना आ रहे हैं.