अजय लाल / न्यूज 11 भारत
रांची: वीपी मंडल अमर रहे, कर्पूरी ठाकुर अमर रहे, जयप्रकाश नारायण जिंदाबाद, बीपी सिंह जिन्दाबाद. राजद के कार्यक्रमों में लगाया जाने वाला यह नारा उस वक्त का है, जब केन्द्र में यूपीए की सरकार थी. लालू प्रसाद केन्द्र में रेल मंत्री थे. ऐसे ही नारे बिहार में खूब गूंजा करता था. राममनोहर लोहिया और भीम राव अम्बेडकर का भी नारा राजद के हर नेता के जुबान पर हुआ करता है. अब इस नारे में एक और महापुरूष का नाम शामिल हो गया है. वह नाम है स्वामी विवेकानंद का. झारखंड प्रदेश राजद कार्यालय में स्वामी विवेकानंद का अब वही स्थान है, जो राममनोहर लोहिया और वीपी मंडल का है. अब राजद के हर कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद के नाम से भी नारे लगते हैं.
क्यों हुआ राजद का ह्रदय परिवर्तन
दरअसल, हालिया कुछ वर्षों में स्वामी विवेकानंद के नाम पर बीजेपी ने कई बार छोटे- बड़े कार्यक्रम किये. बीजेपी नेताओं ने स्वामी विवेकानंद को कुछ इस प्रकार से प्रोजेक्ट किया कि कई लोगों को यह लगने लगा कि बीजेपी के अलावे स्वामी विवेकानंद का कोई और नाम नहीं लेता है. युवा दिवस जैसे कार्यक्रम के बहाने भी बीजेपी ने स्वामी विवेकानंद को अपने बैनर तले लाने की सफल कोशिश भी की. अन्य दलों में भी स्वामी विवेकानंद को लेकर कोई परहेज नहीं था, लेकिन उनकी मार्केटिंग जरूर कमजोर थी. मौजूदा दौर में भी युवाओं पर स्वामी विवेकानंद का जबरदस्त क्रेज है. बीजेपी ने स्वामी विवेकानंद को राष्ट्रवाद से जोड़कर अपनी राजनीति को आगे बढ़ाया और सफलता भी मिली. ऐसे ही कुछ उदाहरण राजद को स्वामी विवेकानंद की तरफ खींच लाया. राजद देशभक्ति के मामले में अन्य दलों को आईना दिखाना चाहता है कि हमारी देशभक्ति भी आपसे कम नहीं है. राजद को लगता है कि यदि उसे मौजूदा दौर की राजनीति करनी है, तो ना सिर्फ दलित पिछड़ा और मुस्लिम बल्कि अन्य वर्गों को खासकर युवाओं को अपनी तरफ जोड़ना होगा. और इस राह में स्वामी विवेकानंद एक बड़ा माध्यम बन सकते हैं.
राजद कार्यालय में किसकी-किसकी तस्वीर
राजद कार्यालय में उन सभी नेताओं की तस्वीर लगी है, जिनकी राजनीति पिछड़ों वंचितों के आस-पास घूमती रही. मसलन, राजद कार्यालय में ज्योतिराव गोविंद राव फूले, जय प्रकाश नारायण, वीपी मंडल, विश्वनाथ प्रताप सिंह, रघुवंश प्रसाद सिंह, शहीद जगदेव, जाकिर हुसैन सहित लाल बहादुर शास्त्री, अम्बेडकर सहित सुभाष चन्द्र बोस के फोटो लगे हैं, लेकिन यह अपने आप में सुखद आश्चर्य कराता है कि जयप्रकाश नारायण और बीपी मंडल के बीच स्वामी विवेकानंद की तस्वीर लगी है.
क्या कहते हैं राजद के नेता
प्रदेश युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष रंजन प्रसाद यादव कहते हैं कि हमने कभी भी स्वामी विवेकानंद से परहेज नहीं किया. स्वामी विवेकानंद इस देश के यूथ आईकॉन हैं और हमारी पार्टी का आस्था शुरू से स्वामी विवेकानंद के प्रति रही है. बीजेप का नाम लिये बगैर रंजन प्रसाद यादव कहते हैं कि कुछ लोगों ने स्वामी विवेकानंद को अपने बैनर का हिस्सा बनाने की कोशिश की है, जिसे वह सफल नहीं होने देंगे. स्वामी विवेकानंद के नाम पर राजनीति करने वालों की चाल को राजद समझता है. रंजन प्रसाद यादव कहते हैं कि स्वामी विवेकानंद इस देश की मिट्टी के हैं इसलिए कोई एक पार्टी उनके नाम पर राजनीति करे यह हमें बर्दाश्त नहीं.