आज केकेआर और सनराइजर्स हैदराबाद होंगे आमने-सामने
नई दिल्ली: जीत और हार मैच के दो पहलू होते हैं. एक की जीत और एक की हार तो तय है. ठीक इसी तरह CSK और Delhi Capitals के बीच खेले गए मैच में चेन्नई ने भी अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन फिर भी टीम जीत हासिल करने में विफल रही. चेन्नई का रन रेट अंतिम ओवरों में कुछ कम रहा. प्रशंसकों को सबसे अधिक कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से थी जो खाता भी ना खोल सके. ऐसे में सवाल उठना तो तय है. वहीं, आलोचकों को भी बहती गंगा में हाथ धोने का मौका मिल गया. पहले ही मैच में दिल्ली ने उसे सात विकेट से हरा दिया. इस मैच में न धोनी का बल्ला चला और न कप्तानी. दोनों ही रोल में वो बेरंग दिखे और टीम को इसका खामियाजा हार के रूप में उठाना पड़ा. सीएसके की हार की सबसे बड़ी वजह उनकी गेंदबाजी रही. सीएसके का कोई भी गेंदबाज दिल्ली के बल्लेबाजों को रोकने में सफल नहीं रहा.
चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में आज सनराइजर्स हैदराबाद के सामने केकेआर की कड़ी चुनौती होगी. यह मैच शाम 7.30 बजे शुरू होगी.
बल्लेबाजी के लिए धोनी से पहले जडेजा का उतरना...?
इस मैच में धोनी की कप्तानी को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. मैच में जब टीम को तेजी से रन बनाने थे तो धोनी की जगह छठे नंबर पर रविंद्र जडेजा बल्लेबाजी करने आए. उन्होंने 17 गेंद पर 26 रन तो बनाए. लेकिन ये नाकाफी साबित हुए. इसके बाद खेलने आए धोनी तो बिना खाता खोले ही आउट हो गए. उन्हें आवेश खान ने बोल्ड कर दिया. धोनी आईपीएल में चौथी बार शून्य पर आउट हुए. इसके अलावा सुरेश रैना की जगह नंबर तीन पर मोईन अली को बल्लेबाजी के लिए भेजा गया. धोनी का ये फैसला भी समझ से परे रहा. क्योंकि रैना पिछले कई सालों से सीएसके लिए तीन नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं और यहीं खेलते हुए सबसे ज्यादा रन बनाए हैं.
गेंदबाज बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सके
खुद मैच के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी कहा कि बल्लेबाजों ने अपना काम बखूबी किया और टीम को 188 तक पहुंचाया. हम बेहतर गेंदबाजी कर सकते थे और अगर बल्लेबाज आपको फील्ड के ऊपर से शॉट्स लगा रहे हैं, तो यह अच्छी बात नहीं है. गेंदबाज बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सके और बेहद कमजोर गेंदबाजी की. हालांकि, मैच के नतीजे में ओस की भूमिका को लेकर भी धोनी ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि ओस पर काफी कुछ निर्भर करता था और मैच की शुरुआत से ही ये चीज हमारे दिमाग में थी. इसलिए हम ज्यादा से ज्यादा रन बनाना चाहते थे. इस मैदान पर हर मैच में 200 का स्कोर बनाना जरूरी होगा.
शुरुआत ठीक नहीं रही
दिल्ली के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई सुपर किंग्स की शुरुआत खराब रही थी. दो विकेट 7 रन पर ही गिर गए थे. इसी वजह से टीम पहले पावरप्ले(1-6 ओवर) का पूरा फायदा नहीं उठा पाई और 33 रन ही बना सकी. विकेट बचाए रखने के चक्कर में बाद में आए बल्लेबाज तेजी से रन नहीं जोड़ पाए और बल्लेबाजी के लिए मुफीद पिच पर टीम 200 रन का आंकड़ा नहीं पार कर सकी. सुरेश रैना (54), मोईन अली (36) और अंबाती रायडु (23) को छोड़ दें, तो कोई बल्लेबाज चला ही नहीं. इसी वजह से टीम बड़ा स्कोर नहीं खड़ा कर पाई.