आर्यन श्रीवास्तव/न्यूज़11 भारत
कोडरमा/डेस्क: गर्मी शुरू होते ही जल संकट गहराने लगा है, वही, इजरायल से अडॉप्ट की गई टपक सिंचाई योजना कोडरमा के किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है. टपक सिंचाई योजना के द्वारा कम पानी में ज्यादा से ज्यादा खेतों में पटवन की यह विधि गर्मी के मौसम में वरदान साबित हो रहा है.
कोडरमा जिले के चंदवारा प्रखंड के सरदारोडीह में सेवा साव का पूरा परिवार टपक सिंचाई योजना के द्वारा कई एकड़ में फैले अपने खेतों में पटवन कर रहा है साथ ही टमाटर और चना समेत विभिन्न तरह के सब्जियों का उत्पादन कर रहा है.
सेवा साव भी यह मानते हैं की खेती किसानी पूरी तरह से मौसम पर आधारित होती है। कभी समय से बारिश हुई तो फसल अच्छी होती है और कभी बेमौसम बारिश हो गई तो फसल बर्बाद हो जाती है. फिलहाल यह परिवार 20 फीट ब्यास वाले कुएं से तकरीबन 20 एकड़ में फलों और सब्जियों की खेती कर रहा है.
वहीं, कृषि विभाग भी टपक सिंचाई योजना के तहत खेती बारी करने वाले किसानों को लगातार उत्साहित कर रहा है. विभाग की ओर से टपक सिंचाई के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले किसानों को 90 प्रतिशत अनुदान पर सोलर पंप दिए जा रहे हैं. टपक सिंचाई योजना ने सिर्फ पानी बचाने की दिशा में एक बेहतर कदम है, बल्कि इस पद्धति से बूंद-बूंद से खेती कर न सिर्फ खेतो की नमी बरकरार रखी जाती है साथ ही कोडरमा जैसे ड्राई जोन वाले इलाकों में बेहतर पैदावार की जा सकती है.
कृषि पदाधिकारी ब्रह्मदेव शाह ने बताया कि पठारी क्षेत्र होने के नाते कोडरमा में टपक सिंचाई योजना काफी कारगर साबित हो रही है और जिले के कई प्रगतिशील किसान इसका अनुकरण कर रहे हैं.