कृपा शंकर/न्यूज11 भारत
बोकारो/डेस्क: जरीडीह अंचल अंतर्गत खांजो नदी के तट पर बारु स्थित एक पोल्ट्री फार्म सह अंडा हेचरी ने निकलने वाला वेस्टेज गंदे पानी के साथ निकल कर नदी में समाहित हो रहा है. इसको लेकर बुधवार को स्थानीय लोग पोल्ट्री के समीप इकट्ठा होकर, नारेबाजी करते हुए अपना आक्रोश व्यक्त किया. फार्म के समीप लोगों की भीड़ और विरोध प्रदर्शन की सूचना पाकर जरीडीह प्रखंड के बीडीओ जयपाल महतो पुलिस बल के साथ पहुंचे. इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि मुर्गी पालन और अंडों का व्यवसाय भले ही व्यवसायियों के लिए फायदेमंद हो, लेकिन इसकी गंदगी को नदी में बहाने का अधिकार इसे किसने दिया.
संबंधित प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है, कि क्षेत्र में फैल रही दुर्गध और गंदे पानी से लोग संक्रमित हो रहे हैं. जबकि जवाबदेह पदाधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते. विवश होकर ग्रामीण अपनी आवाज उठाने के लिए एकजुट हुए है. कहा कि विगत दो वर्ष से मुर्गी फार्म से निकल रही गंदगी खांजो नदी के पानी में प्रवाहित कर नदी को प्रदूषित किया जा रहा है. करीब साल भर पूर्व भी जब ग्रामीणों ने आवाज उठाई थी तब इस पर लोग लगा दी गई थी. लेकिन समय के साथ पोल्ट्री मालिक इसी शार्टकट रास्ते को अपना कर पोल्ट्री की गंदगी को नदी में बहाना शुरू कर देते है.
बीडीओ के आश्वासन पर वापस लौटे ग्रामीण
हो हंगामा की सूचना पर बारु मुखिया अबोध रजवार पहुंचे. स्थानीय प्रशासन को सूचित किया. इसके बाद जरीडीह प्रखंड विकास पदाधिकारी जयपाल महतो जरीडीह थाना पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचे. ग्रामीणों की समस्या सुनी. पोल्ट्री संचालक से फोन पर वार्ता कर दस दिनों के अंदर गंदे पानी के बहाव पर रोक लगाने की हिदायत दी. वहीं, ग्रामीणों को समुचित समाधान तथा उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया. इसके बाद ग्रामीण वापस लौटे. ग्रामीणों के अनुसार बारू, खुंटा, चांदो सहित नदी आसपास बसे 80 फीसद लोग इस नदी के पानी पर निर्भर है.