धनबाद के जिला और सत्र न्यायाधीश अष्टम उत्तम कुमार आनंद की मौत मामले में धनबाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. बता दें कि इस मामले में गिरीडीह से ऑटो बरामद किया गया है. वहीं दो लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसी ऑटो से धनबाद में एडीजे को टक्कर मारी थी. ऑटो की टक्कर से ही एडीजे की मौत हुई थी.
इस मामले में सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, उससे परिवार के लोग हत्या की बात कह रहे हैं. हजारीबाग जिला के लोहसिंघना थाना क्षेत्र स्थित शिवपुरी कॉलोनी में रहने वाले न्यायाधीश के परिवार के साथ अधिवक्ताओं ने ही पुरजोर तरीके से सीबीआई जांच की मांग की है.
मृतक न्यायाधीश उत्तम आनंद घर के बड़े बेटे थे. उनके बाद दो छोटी बहनें और एक छोटा भाई सुमन शम्भू है. मृतक न्यायाधीश उत्तम आनंद के छोटे भाई ने बताया कि उनकी स्कूली शिक्षा हजारीबाग संत मेरी स्कूल के बाद संत जेवियर से हुई थी. वर्ष 1996 में किरोड़ीमल कॉलेज से लॉ पास किया था. वर्ष 2000 में हजारीबाग में प्रैक्टिस शुरू की और वर्ष 2002 में झारखंड में न्यायिक पदाधिकारी के रूप में चयनित हुए.
मृतक न्यायाधीश के पिता सदानन्द प्रसाद और भाई सुमन शम्भू हजारीबाग में अधिवक्ता हैं. पिता सदानन्द प्रसाद ने कहा कि बेटे की हत्या हुई है, इसकी सीबीआई होनी चाहिए. मृतक न्यायाधीश के भाई सुमन शम्भू का कहना है कि डाल्टेनगंज में एक केस में उम्रकैद की सजा को लेकर भाई को धमकी मिली थी. उसके बाद एक बॉडीगार्ड दिया गया था.वहीं धनबाद में एक मामले को लेकर शंका जाहिर की जा रही है.
उनके परिजनों का कहना है कि ये दुर्घटना नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या है साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस पूरे मामले में सीबीआई जांच करने की मांग की है और इस मामले में जुड़े लोगों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है. इधर गुरुवार सुबह करीबन 9:45 में हज़ारीबाग शिवपुरी स्थित आवास से अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें कई गणमान्य लोग शामिल हुए.