प्रशांत शर्मा/न्यूज11भारत
हजारीबाग/डेस्कः स्थानीय नवाबगंज स्थित आर्य समाज, हजारीबाग द्वारा संचालित आर्थ कन्या गुरुकुल एवं आर्ष का गुरुकुल में अध्ययनरत 225 ब्रमचारियों, अमचारिणियों का पलामू से आये हुए 25 विद्यार्थियों का एवं हजारीबाग शहर के 25 विद्यार्थियों का वैदिक पद्धति से आचार्य कौटिल्य के माध्यम से में भज्ञोपवित त संस्कार सम्पन्न कराया गया. प्रारम्भ 51 यज्ञकुण्डों पर सभी विद्यार्थियों से संकल्प दिलाकर किया गया. माता-पिता की उपस्थिति में जनेऊ धारण कराया गया. आचार्य कौटिल ने अपने सभी जनेऊधारीयों को उपदेश किया कि आज से सभी ब्राह्मचारी है. दिन में शयन निषेध है, सभी की श्रृंगार एवं राग-रंग से दूर रहकर अपनी पूर्ण और विद्याध्ययन में रखना है. निव्यप्रति ध्यान, योग, प्राणायाम एवं यम नियमो को धारण करना है. अध्ययनकाल में पूर्णरूप अखण्डित ब्रह्मचर्य पालन करना है. किसी प्रकार के नशीली वस्तुओं का सेवन सर्वथा वर्जित है.
इस प्रकार से आचार्य कौटिल्य ने सभी व्रती विद्यार्थियों को पालन का संकल्प कराया. विद्यार्थियों के माता-पिता आदि अभिभावकों ने भी अपने अपने बालक-बालिकाओ को तामसिक-राजसिर मांसाहार आदि पदार्थों से दूर रह कर बिद्या प्राप्त कराने का संकल्प लिया. ज्ञोपवीत धारण करने से पूर्व सभी को विद्यार्थियों की शुद्धता एवं पवित्रता की ध्यानमें रखते हुए पूरा दिन फलाहार एवं दुग्धाहार पर रखा गया.
संस्कार सम्मान होने के उपरान्त सभी जनेऊधारियों ने माता-पिता के पास जाकर एवं व उपस्थित अतिथियों के पास जाकर नियमानुसार भिक्षाटन किया. कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक श्रद्धानंद सिंह, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के प्रांत 4सह सचिव अरविन्द राणा, रेखा जायसवाल, प अमिता जायसवाल, अजय आर्य, किशोर मोदी, पं. सत्यप्रकाश आर्य, यादव राजा, चन्दर देव साव आदि उपस्थित रहे. कार्य गुरुकुल की प्राचार्या पुष्पा शास्त्री ने सभी उपस्थित महानुभावों का धन्यवाद ज्ञापित किया.