नीरज कुमार साहू/ न्यूज 11 भारत
गुमला/डेस्क:-आदिवासी एकता मंच के अध्यक्ष अमरजीत डंगवार के अध्यक्षता में आयोजित आदिवासी एकता मंच की बैठक कोनबिर सरहुल अखाड़ा में आयोजित किया गया जिसमें गांव के ग्राम प्रधान मुंडा मानकी और पाहन पुजार महतो व ग्राम स्तर के सदस्य शामिल हुए जिसमे आदिवासी समाज की भाषा संस्कृति सभ्यता को बचाने व समाज को राजनीतिक,सामाजिक व आर्थिक रूप से मजबूत करने हेतु एकजुट होकर आदिवासी समाज के जगाने की जरूरत है आज देश में आदिवासी समाज के ऊपर कुछ ताकतें कमजोर करने का कोशिश हो रहा है जिसका मणिपुर मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ राज्य उदाहरण के रूप में है इसलिए लोहरदगा लोकसभा चुनाव में आदिवासी विरोधी ताकतों के खिलाफ बोट करने का निर्णय किया गया है.
बैठक को सम्बोधित करते हुए मुख्य संरक्षक रोशन बरवा ने कहा की आदिवासी समाज एकता और अखंडता के लिए विश्वविख्यात है और आज हमारी एकता को तोड़ने हेतु और धर्मनिरपेक्षता को मिटाने हेतु केंद्र द्वारा समान नागरिक संहिता, ईसाई -सरना,आदिवासी -कुडमी,हिंदू मुस्लिम के नाम पर समाज का बंटवारा किया जा था है आज आदिवासी मूलवासी के जल,जंगल,जमीन,और खनिज सम्पदा पर लगातार हमला हो रहा है जिसका उदाहरण छत्तीसगढ़ के हसदेव जंगल है सीएनटी एसपीटी कानून को कमजोर कर आदिवासी जमीन को हथियाने का प्रयास,भूमि स्वामित्व कार्ड, खूंट कटी व्यवस्था को खत्म करने,और देश के कोयला को निजी हाथों में सौंपकर आदिवासियों को तोड़ने व कमजोर करने का प्रयास है. संरक्षक शशिकांत भगत ने कहा किआदिवासियों को गठबंधन के साथ जाने को जरूरत है चमरा लिंडा आदिवासी समाज को बरगला कर वोट में सेंधमारी कर समाज को बांटने का काम कर रहा है सभी आदिवासियों को सतर्क रहने की जरूरत है. राजी पाड़ा प्रार्थना सभा के जिला उपाध्यक्ष ललित उरांव ने बताया की आदिवासी समाज को राजनीतिक दल वोट बैंक समझते हैं कोई इस्तेमाल करते है.
बैठक को प्रखण्ड बिसुत्री अध्यक्ष सुकरात उरांव,अजीत गुड़िया,सुजीत टेटे, मुखिया फिलिसिता टोप्पो, पूर्व प्रमुख ओरियानी बड़ा,जॉन फेड्रिक,कार्तिक भगत, सुगाड़ टोपनो,कल्याण टोपनो,ज्योति कुजूर जसिंता केरकेट्टा आदि वक्ताओं ने संबोधन किया .
बैठक में मुख्य रूप से राहुल मिंज, अंजलुश डुंगडुंग,सबनम तिर्की, फाबियान डुंगडुंग,शुशील सोरेंग, दाऊद होरो, ग्रेस होरो मारिया गोरेटी बरवा,किरण कुल्लू, इमिलिया बेक,दिलीप तिर्की,अमर बरला,संजय जुजुर,बिबियाना लकड़ा,टेरेसा लकड़ा,रतिया खड़िया सहित ग्राम प्रधान मुंडा मानकी व पाहन पुजारगण शामिल थे.