कोलकाता : विधानसभा चुनाव 2021 का औपचारिक ऐलान अब तक नहीं हुआ लेकिन पूरे राज्य में राजनीतिक हलचल जारी है. लेफ्ट फ्रंट ने आज यानी शुक्रवार को 12 घंटे का बंगाल बंद का आह्वान किया है. राज्य में बंद का असर देखने को मिला. हावड़ा ब्रिज सरकारी बसें चलती हुई दिखीं लेकिन हावड़ा रेलवे स्टेशन से प्रीपेड टैक्सी नदारद हैं. कई जगह ट्रेन रोकी गई है तो कहीं सड़क जाम किया गया है. बंद के दौरान वाम दलों और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अशोकनगर, उत्तर 24 परगना में एक सड़क को बंद कर दिया है. राज्य में 12 घंटे के बंद के दौरान राज्य के अलग-अलग हिस्सों में लेफ्ट कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं. कई जगह ट्रेन रोकने का प्रयास करते हुए भी देखा गया. वहीं सिलिगुड़ी में सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ है. सड़कों पर फिलहाल बहुत कम लोग नजर आ रहे हैं. राज्य के कई हिस्सों में वाम दलों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और सड़क को जाम कर दिया है.
विरोध और तेज होगा : येचुरी
बीते दिन पुलिस की कार्रवाई में कई कार्यकर्ताओं के साथ ही पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं. माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने पश्चिम बंगाल की सरकार पर वाम कार्यकर्ताओं के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का आरोप लगाया. येचुरी ने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें एक महिला और पुरुष, पुलिस द्वारा किए जा रहे लाठीचार्ज से बचने का प्रयास करते दिखे.
उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल के युवा का इरादा पक्का है. सख्ती से निपटने की रणनीति उन्हें पीछे नहीं धकेल सकती. यह तस्वीर हजारों शब्द कह रही है. विरोध और तेज होगा.'' वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार सुबह 6 बजे से 12 घंटे के पश्चिम बंगाल बंद की घोषणा की थी.
पुलिस के साथ हुई थी झड़प
वामपंथी कार्यकर्ताओं की केंद्रीय कोलकाता के एस्प्लेनेड क्षेत्र में गुरुवार दोपहर में पुलिस के साथ झड़प हुई थी. लेफ्ट फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने रोजगार की मांग को लेकर राज्य सचिवालय नबन्ना तक के अपने मार्च के रास्ते में लगे बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश की. मार्च कॉलेज स्ट्रीट से शुरू हुआ. मगर पुलिस ने उसे एस्प्लेनेड क्षेत्र में एसएन बनर्जी रोड पर रोक दिया था. लेफ्ट फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने जब बैरिकेड तोड़ आगे बढ़े तो पुलिस ने पानी की बौछार की.