आज दो अहम दिन है. पहला, वर्ल्ड टूरिज्म डे दूसरा, डॉक्टर्स डे. दोनों का ही अपना महत्व है. वहीं, भारत के राजनीतिक और न्यायपालिका के इतिहास में भी दो महत्वपूर्ण घटनाक्रम आज ही के दिन हुए थे.
वर्ल्ड टूरिज्म डे
कोरोना वायरस की मार जिस सेक्टर पर सबसे ज्यादा पड़ी है, वह टूरिज्म सेक्टर है. इस साल वर्ल्ड टूरिज्म डे न केवल संस्कृति और विरासत को सहेजने और प्रोत्साहित करने में ट्रेवल सेक्टर का महत्व भी रेखांकित कर रहा है. इस साल यह टूरिज्म इंडस्ट्री के भविष्य पर दोबारा सोचने के लिए भी प्रेरित कर रहा है. यूएन वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन (UNWTO) के अनुसार कोविड-19 की वजह से टूरिज्म से जुड़े 100 से 120 मिलियन जॉब्स सीधे-सीधे प्रभावित हुए हैं. टूरिज्म में आया निगेटिव इम्पैक्ट ही है कि यूएन कॉन्फ्रेंस ऑन ट्रेड एंड डेवलपमेंट ने ग्लोबल जीडीपी में 1.5 से 2.8% की गिरावट का अनुमान लगाया है.
27 सितंबर को वर्ल्ड टूरिज्म डे मनाया जा रहा है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य टूरिज्म के प्रति जागरुकता बढ़ाना है ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक मूल्य प्रदान किए जा सके
वर्ल्ड डॉक्टर्स डे
कुछ समय पहले तक भारत में बेटे की चाहत बहुत ज्यादा होती थी. बालिका भ्रूण हत्या की शिकायतें भी तेजी से बढ़ रही थी. तब लड़कियों से भेदभाव के खिलाफ और लैंगिक समानता के मुद्दे पर जागरुकता बढ़ाने के लिए डॉटर्स डे मनाया जाने लगा. आम तौर पर लड़कियों को समर्पित यह दिन सितंबर के चौथे रविवार को मनाया जाता है. इस साल 27 सितंबर को भारत में डॉटर्स डे मनाया जाएगा. यूएस, यूके, कनाडा और जर्मनी समेत कुछ और देश हैं जो डॉटर्स डे मनाएंगे. कुछ देशों में 25 सितंबर को कुछ देशों में 1 अक्टूबर को भी डॉटर्स डे मनता है. इसकी शुरुआत कब हुई, कोई नहीं जानता, लेकिन, पिछले कुछ वर्षों में सोशल मीडिया की वजह से इसका चलन तेजी से बढ़ा है.