प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हज़ारीबाग़/डेस्क:-हजारीबाग शहर की खूबसूरती पर हर साल करोड़ो खर्च किए जा रहे है. अधिकारी आते हैं योजनाएं बनाते है, योजना को धरातल पर उतारा जाता है और मोटा कमीशन लेकर अधिकारी दूसरे जिले छेड़ जाते हैं. आज हम बात कर रहे हैं हजारीबाग मेन रोड के टूटे और अधूरे डिवायडर की. इस पर किसी भी अधिकारी की कृपा दृष्टि नही है. जगह जगह टूट कर यह सड़क आम आदमी के लिए अवरोधक बन गई है. यह डिवायडर इंद्रपुरी से रेलवे स्टेशन तक बनना था लेकिन बना झंडा चौक तक ही वो भी आधा अधूरा. हालात यह है की योजना पूरी होने से पर ही समय से पहले ही यह टूट गया और शहर के सबसे खूबसूरत सड़क की सुंदरता बिगाड़ दी इसने. आश्चर्य की बात है कि इस बीच करोड़ो रुपये सुंदरीकरण के नाम खर्च हो गए. लेकिन नगर निगम कि भी दृष्टि इस पर कभी नही गयी.
दो दशक से अधूरा और टूटा पड़ा है मेन रोड का डिवायडर ? आख़िर कब यह बनकर होगा तैयार
अब बात करते हैं सिंघानी चौक से कोरा, मटवारी, इंद्रपुरी होते हुए पूरे मेन रोड के डिवायडर और पोलो को खूबसूरत लाइटो से सजाने की. यह पहल पथ निर्माण विभाग द्वारा कि गयी थी. बाद मे विभाग ने चुप्पी साध ली. जानकारी के लिए हम आपको बता दे कि शहर कि दो और सड़को को फोर लेन मे बदलने का प्रस्ताव पथ विभाग द्वारा राज्य सरकार के पास भेजा गया था. उस पर भी खामोशी है. वही क्षितिज अस्पताल से सिन्दूर तक जाने वाला पुराना हाइवे भी बदहाल है. नया समाहरणालय के आसपास तो सड़क के किनारे बहुत बड़े बड़े गड्ढे बने हुए है जो खतरनाक भी है. इस पूरी सड़क को आसानी से फोरलेन मे बदल कर शहर कि खूबसूरती को नया रूप दिया जा सकता है. लेकिन उम्मीद कि किरण नज़र नही आती है. हालाँकि प्रशासन के स्तर पर कुछ प्रयास सुंदरीकरण को लेकर ज़रूर दिखाई देता है लेकिन राजनीति खामोशी खलती है. लोग आरोप लगाते है कि राजनीतिक दलों के पास शहर को बेहतर, सुंदर और आदर्श बनाने कि कोई खास योजना ना कभी थी और ना है. यही वजह के प्रस्तावित योजनाओ कि राजकीय सहमति वर्षो लंबित रहती है. ऐसे मे दो दशक से ज्यादा समय से मेन रोड का डिवायडर अधूरा और टूटा पड़ा है तो इस पर आश्चर्य नहीं होना चाहिए किसी को.