मुजतबा हैदर रिजवी/ न्यूज11भारत
जमशेदपुर/डेस्क:हाईकोर्ट के आदेश के बाद जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति नक्शा विचलन वाली इमारत पर कार्रवाई कर रही है. बुधवार को जेएनएसी ने साकची में शताब्दी टावर के बेसमेंट पर कार्रवाई का डंडा चलाया. बेसमेंट को खाली कराया गया है. बेसमेंट को खाली करा कर पार्किंग में तब्दील किया जाएगा. यहां पार्किंग स्थल बनाया जाएगा. शताब्दी टावर में बिल्डर ने पार्किंग की जगह व्यावसायिक गतिविधि शुरू कर दी थी. इसमें दुकान, शोरूम, गोदाम आदि बना दिया गया था.
एफिडेविट के बाद खोल दी गई थी सील
साल 2011 में ही जमशेदपुर अनुसूचित क्षेत्र समिति ने हाईकोर्ट के आदेश पर शताब्दी टावर के बेसमेंट को सील किया था. लेकिन, कुछ दिन बाद ही सील खोल दी गई थी. तब अधिकारियों ने कहा था कि शताब्दी टावर के बिल्डर ने एफिडेविट दिया है कि वह बेसमेंट को पार्किंग में तब्दील कर देंगे और बेसमेंट से व्यावसायिक गतिविधियां खत्म कर देंगे. इसके बाद कभी भी जेएनएसी के अधिकारियों ने यह देखने की जहमत नहीं उठाई कि शताब्दी टावर के बेसमेंट का क्या हुआ. बिल्डर ने जो एफिडेविट दिया था उस पर अमल हुआ या नहीं. जब भी नक्शा विचलन के मामले में कार्रवाई की बात हुई तो जेएनएसी ने टालमटोल की. हाल ही में हाईकोर्ट में फिर केस खुल गया है. जेएनएसी के अधिकारी कई बार हाईकोर्ट में पेश हो चुके हैं और अब हाईकोर्ट के आदेश पर ही जेएनएसी नक्शा विचलन वाली इमारत के बेसमेंट को खाली करा के इसमें पार्किंग बना रहा है.
46 इमारत में है नक्शा विचलन
साकची में पार्किंग की काफी दिक्कत है. व्यवसायिक इमारतों में बेसमेंट की जगह दुकान आदि खोल दी गई है. जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के पूरे इलाके में 46 इमारतें ऐसी हैं, जहां नक्शा विचलन है और इन पर कार्रवाई होनी है. 46 इमारत का आंकड़ा साल 2011 का है. इधर, 13 साल में जेएनएसी के इंजीनियरों की लापरवाही के चलते यह आंकड़ा और बढ़ गया है.