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रांची/डेस्क: मनुष्य के जन्म और मृत्यु तक शरीर में कई परिवर्तन होते है. हाथ-पैर, बाल और शरीर का आकार तक सभी विकसित होते है. त्वचा से लेकर आवाज तक उम्र के साथ बदल जाती है. शरीर के कुछ अंग जल्दी विकसित होते है और कुछ अंग उम्र के साथ विकसीत हो जाते है. लेकिन क्या आप जानते हैं? मनुष्य के शरीर में कुछ ऐसे भी अंग होते है जो जन्म से लेकर मृत्यु तक एक समान ही रहते है. आइये जानते है इन तीन अंगों के बारे में!
ओस्सिकल्स
मनुष्य के शरीर में कान के अंदर पाई जाने वाली 3 छोटी हड्डियों के समूह को ओस्सिकल्स कहा जाता है. ओस्सिकल्स शरीर में कभी भी विकसित नहीं होता है. ओस्सिकल्स जन्म के समय से ही पुर्णतः विकसित होता है. अगर आसान शब्दों में हम इसे समझें तो ओस्सिकल्स के आकार को विकसित होने के लिए कान में कोई जगह ही नहीं होती है. ओस्सिकल्स मनुष्य के दोनों कानों में होती है. इसके साथ ही ओस्सिकल्स के बिना सुन पाना असंभव है.
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आंखों की पुतली
आंखों की पुतली भी मानव शरीर का वो अंग है जो कभी नहीं बदलती है. पुतली पूर्णत: विकसित होती है. मनुष्य के जन्म के समय जो आंखों का आकार होता है, पुतली का आकार भी आगे चलकर वैसा ही हो जाता है. इसका साफ मतलब है कि पुतली भी पूर्ण रूप से विकसित होता है.
दांत
मनुष्य के दांत भी शरीर का वो हिस्सा है जो के बाद एक निश्चित उम्र तक ही बढ़ते है या विकसित होते है. बच्चें के जन्म 6 महीने की छोटी सी उम्र में दांत आना शुरू होते है. इसके बाद 8 से 10 साल तक समान्य दांत भी आ जाते है. मनुष्य का सबसे आखरी दांत यानि कि अक्कल दाड़ 18 से 20 वर्ष के उम्र में आते है. कुछ लोगों में यह दांत 24 की उम्र तक भी आते है और कुछ लोगों में यह दांत नहीं भी आते है. एक उम्र के बाद दांत विकसित नहीं होते है.