दिल्ली: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, उद्योग सचिव पूजा सिंघल ने नई दिल्ली में आयोजित स्टेकहोल्डर कॉन्फ्रेंस का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली के ताज होटल में हो रहे स्टेकहोल्डर कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया है.
उद्यमियों को निवेश करने के लिए किया आमंत्रित
सीएम हेमंत सोरेन ने झारखंड में उद्योग लगाने के लिए दिल्ली में स्टेक होल्डर कॉन्फ्रेंस की. सीएम हेमंत सोरेन ने उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि कभी इस देश को टाटा-बिड़ला के नाम से जाना जाता था. उनका उदय भी हमारे राज्य से ही हुआ है. बोकारो स्टील प्लांट या फिर टाटा स्टील हो, यहां तक कि किसानों के लिए पहला फर्टिलाइजर प्लांट भी झारखंड में ही बना था. सीएम हेमंत सोरेन ने उद्यमियों को झारखंड में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया. सीएम ने कहा कि हमारे राज्य में किसी भी उद्योग को स्थापित करने के लिए किसी भी चीज की कमी नहीं है. केवल चीजों को तराशने और वैल्यू एडिशन की व्यवस्था की कमी है, जिसे आप सभी पूरा कर सकते हैं. इसी के साथ उद्योग सचिव पूजा सिंघल और मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने उद्यमियों को नई उद्योग नीति की जानकारी दी.
'झारखंड में रिसोर्सेज की नहीं हैं कमी'
वहीं उद्योगपति दीपक मारू ने कहा कि झारखंड में रिसोर्सेज की कमी नहीं हैं, ये प्रचूर मात्रा में है लेकिन यहां के नौकरशाही व्यवस्था को सही दिशा में आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे सरकार को अगाह करना चाहते हैं कि पिछली सरकार वाली गलती न दोहराएं. बड़े-बड़े इन्वेस्टर्स समिट और कार्यक्रम के आयोजन किए गए लेकिन नतीजा ढ़ाकर के तीन पात ही हैं.