चतराः जिले के हंटरगंज के कटैया पंचायत के पन्नाटांड रविदास टोला में अपने परिजनों के द्वारा ईसाई धर्म अपनाने की बात से आहत होकर बेटा ने कुएं में कूदकर जान दे दी. मामले में बताया जा रहा कि धर्मांतरण की बात से आहत होने के कारण बेटे ने आत्महत्या करने की बात को पुलिस मानने से इनकार कर रही.
बता दें कि पन्नाटाड रविदास टोला के कमलेश दास का 14 वर्षीय पुत्र सूरज कुमार दास शुक्रवार की देर शाम कुएं में कूदकर अपनी जान दे दी. जानकारी के अनुसार युवक के शव को कुएं से निकालने के बाद ईसाई धर्म के प्रार्थना के माध्यम से मृत युवक को जीवित करने का प्रयास काफी घंटो तक किया जाता रहा. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद वशिष्ठ नगर पुलिस गांव पहुंचे और शव को अपने कब्जे में ले लिया. जिसके बाद युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
इस घटना को जहां लोग धर्मांतरण से जोड़कर बता रहे हैं, वहीं पुलिस इससे साफ इंकार कर रही है. गांव के कुछ लोगों की माने तो सूरज अपने मां से ईसाई धर्म का विरोध कर रहा था गांव के लोगों को गुमराह कर धर्मांतरण कराने की बात को लेकर लगातार विरोध कर रहा था. पिछले 1 महीने से इसे लेकर सूरज डिप्रेशन में चला गया था. घर के लोग बच्चे का मानसिक संतुलन बिगड़ने की बात समझ कर उसका इलाज ईसाई धर्म के प्रार्थना के माध्यम से करने का काम कर रहे थे. जिसके कारण बच्चे का मानसिक संतुलन लगातार बिगड़ता चला गया और उसने आत्महत्या कर लिया. सूरज के द्वारा लोगों से धर्मांतरण का विरोध करने के लिए जागरूक करने की बात भी बताया जा रहा है. सूरज हंटरगंज कॉलेज के इंटर का छात्र था.
नाम नहीं छापने के शर्त पर गांव के कुछ लोगों ने बताया कि बाहरी लोगों के साथ मिलकर कुछ स्थानीय लोग पैसे का लोभ लालच देकर पन्नाटांड में लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए उत्प्रेरित कर रहे है. पन्नाटाड़ टोला 12 घरों के करीब एक सौ लोगों की आबादी वाला टोला है. जहां गरीब मजदूर तबके के लोग रहते हैं. इनके गरीबी और आर्थिक तंगी का लाभ ईसाई मिशनरी के लोग उठा रहे हैं और उन्हें धर्म परिवर्तित करने के लिए बाध्य कर रहे हैं. इन्हीं सब कारणों से सूरज दास डिप्रेशन में चला गया था. वहीं थाना प्रभारी ने इन सभी बातों का कटाक्ष करते हुए कहा कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त था और उसने कुएं में कूदकर आत्महत्या कर लिया है. मामले की छानबीन की जा रही है.