कृष्णा कुमार लाल/न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क:-झारखंड में कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम के ऐलान के साथ ही पार्टी में घमासान मचा है. गोड्डा और धनबाद में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है. कहीं बाहरी पर बवाल है, तो कहीं चेहरे पर सवाल है.कांग्रेस के नेता ही जिसकी जिनती आबादी, उसकी उतनी भागीदारी के नारे पर भी सवाल उठा रहे हैं. झारखंड में कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम के ऐलान के साथ ही पार्टी में घमासान मच गया है. गोड्डा सीट पर कांग्रेस ने दीपिका पांडेय सिंह पर दांव खेला है, लेकिन दीपिका को टिकट दिए जाने का विरोध तेज हो गया है. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उम्मीदवार बदलने की मांग की है, वहीं यहां से सांसद रहे और प्रत्याशी की दौड़ में शामिल फुरकान ने पार्टी आलाकमान को एक बार फिर से पुनर्विचार करने को कहा है.यहां के स्थानीय कांग्रेसी नेताओं ने तो दो टूक चेतावनी दे दी है. उन्होंने कहा कि अगर उम्मीदवार नहीं बदला गया, तो वे सामूहिक इस्तीफा देंगे.
धनबाद में विरोध के सुर कुछ ज़्यादा बुलंद होने लगे हैं. यहां कांग्रेस की प्रदेश कमेटी पर ही नेताओं ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है. धनबाद में कांग्रेस नेता ने प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया है. इंडी गठबंधन की मुश्किलें यहीं कम नहीं हो रही है.उधर चतरा सीट पर कांग्रेस ने केएन त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया है. अब इसे लेकर गठबंधन के साथी आरजेडी ने मोर्चा खोल दिया है. आरजेडी ने कांग्रेस पर बाहरी उम्मीदवार को टिकट देने का आरोप लगाया है. आरजेडी के प्रदेश महासचिव मोहम्मद इरफान अहमद अंसारी ने चतरा सीट पर कांग्रेस की भविष्यवाणी भी कर दी है. उन्होंने कहा कि चतरा में केएन त्रिपाठी की हार तय है.
मुश्किलें सिर्फ कांग्रेस और आरजेडी में नहीं बल्कि राज्य की सत्तारूढ़ दलों में सबसे बड़ी पार्टी जेएमएम में भी बगावती सुर उठने लगे हैं. लोहरदगा में कांग्रेस उम्मीदवार की मुश्किलें बढ़ाने के लिए चमरा लिंडा ने पहले ही कमर कस लिया है. वहीं खूंटी में जेएमएम के नेता ने बगावत शुरू कर दी है. पार्टी के बड़े नेता और पूर्व विधायक बसंत लोंगा ने निर्दलीय मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है. उधर लोबिन हेम्ब्रम ने साफ कह दिया है कि वे राजमहल लोकसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. 2024 में बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए विपक्षी दलों ने इंडिया गठबंधन बनाया, लेकिन गठबंधन में अब अपने ही अपनों के खिलाफ हो गए हैं. दूसरी ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार जिसकी जिनती भागीदारी, उतनी हिस्सेदारी की बात करते हैं, लेकिन टिकट बंटवारे में ये नजर नहीं आ रहा है.कांग्रेस ने अबतक झारखंड की 6 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया है.लेकिन आपसी मतभेद में एनडीए से लड़ाई आसान नज़र नहीं आ रही.