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शिवमहापुराण कथा मनोरंजन के लिए नहीं मनोमंथन के लिए है: विवेक महाराज

शिवमहापुराण कथा मनोरंजन के लिए नहीं मनोमंथन के लिए है: विवेक महाराज

के एन यादव/न्यूज़ 11 भारत,


दुमका/डेस्क: मसलिया प्रखंड के ग्राम पंचायत सांपचला में मां राज राजेश्वरी समिति की ओर से आयोजित सप्तदिवासीय शिव महापुराण की कथा की शुरुआत सोमवार रात्रि से बाल व्यास  चित्रकूट निवासी कथा वाचक विवेक महाराज ने शिव महात्म्य की कथा सुनाई. उन्होंने कहा कि इस समय अनेकों जगह कथाएं चल रही है और यह चलनी भी चाहिए क्योंकि जैसे जैसे अधर्म बढ़ रहा है  जैसे जैसे कलयुग अपने पांव पसार रहा है वैसे वैसे हमारी धारणा है धर्म की भी शाखा बढ़ती जाए. धर्म का भी विस्तार होना चाहिए. कथा को हृदयंगम करने वाला कथा सुनने का लाभ प्राप्त कर पाता है. कथा सुनने के बाद जीवन में परिवर्तन नहीं हुआ तो कथा करने व सुनने का कोई लाभ नहीं है. कथा को सुनकर विचारों में बदलाव कार्यों जीवन में आना चाहिए . कथा को एक कान से सुनकर दूसरे कान में निकाल देने से कोई लाभ नहीं होगा. सात दिन कथा सुनकर भी यदि बुरे कृत्य करते रहे तो भला क्या लाभ. 

 

आगे कथा महात्म्य के बारे बताते हुए कथावाचक ने कहा कि कई जन्मों के पुण्य संचित होते हैं तब जाकर भक्ति ज्ञान वैराग्य की त्रिवेणी में गोता लगाने का अवसर प्राप्त होता है. कथा को मनोरंजन  के रूप में नहीं लेना चाहिए. कथा मनोरंजन के लिए नहीं बल्कि मनोमंथन के लिए होता है. कथा सुनकर जाते समय इस बात का मंथन अवश्य करना चाहिए कि कथा की कौन सी बातें हमारे जीवन के लिए अनुकरणीय है. बीच बीच में भगवान भोलेनाथ के भजनों को सुनाकर स्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया.
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