ईटखोरी (चतरा) : मां भद्रकाली के चरणों में पुष्प अर्पित कर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने तीन धर्मों के आस्था के केंद्र पावन चतरा की धरा ईटखोरी में तीन दिवसीय राजकीय ईटखोरी महोत्सव-2020 का उद्घाटन किया. सीएम ने मां भद्रकाली से समस्त झारखंडवासियों के लिए आशीर्वाद मांगा.
ईटखोरी स्थित मां भद्रकाली मंदिर परिसर में आयोजित राजकीय ईटखोरी महोत्सव के उद्घाटन समारोह में सीएम ने कहा कि झारखण्ड का बोलना ही संगीत और चलना ही नृत्य है. झारखण्ड की धरा में सिर्फ खनिज ही नहीं, बल्कि यह धर्म स्थली के रूप में भी जाना जाता है. यहां के धार्मिक स्थलों में इतिहास की कई कहानियां छिपी हैं. झारखण्ड की परंपरागत व्यवस्थाओं, सांस्कृतिक विरासत के साथ अलग पहचान है.
यह सौभाग्य है मैं पुनः यहां आया : सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पूर्व ही मां भद्रकाली के दर्शन का अवसर मिला था. मां ने फिर से मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर दिया है. यह मेरा सौभाग्य है. चतरा में स्थित मां कौलेश्वरी मंदिर के विकास को लेकर सरकार कार्य करेगी. सरकार का प्रयास है कि आने वाले समय में झारखण्ड धार्मिक स्थल के रूप में भी जाना जाए. मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा अपनी परंपराओं के साथ नित्य आगे बढ़े.
चतरा के विकास को प्राथमिकता मिले : मंत्री सत्यानंद भोक्ता
मंत्री श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण सत्यानंद भोक्ता ने कहा है कि आज से महोत्सव का शुभारंभ हो रहा है ये हर्ष का विषय है. चतरा स्थित तमसीन में भी इस तरह के समागम का आयोजन होना चाहिए. जहां बिहार और झारखण्ड के लोग जुटते हैं. चतरा पिछड़ा जिला है. राज्य सरकार चतरा के विकास को प्राथमिकता दे.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ईटखोरी की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाली पुस्तक का विमोचन, शिक्षाविद विद्यानंद झा, पदमश्री मधु मंसूरी हंसमुख को सम्मानित किया. मुख्यमंत्री को उपायुक्त चतरा ने स्मृति चिन्ह और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया.
ये थे उपस्थित
इस अवसर पर मंत्री श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण सत्यानंद भोक्ता, चतरा सांसद सुनील कुमार सिंह, बरही विधायक उमाशंकर अकेला, सिमरिया विधायक किशुन कुमार दास, पदमश्री मधु मंसूरी हंसमुख, जिला परिषद अध्यक्ष ममता देवी, आयुक्त उत्तरी छोटानागपुर अरविंद कुमार, डीआईजी पंकज कम्बोज, उपायुक्त चतरा जितेंद्र कुमार सिंह, निदेशक कला संस्कृति विभाग दीपक कुमार शाही, उप विकास आयुक्त चतरा मुरली मनोहर प्रसाद, पुजारी मां भद्रकाली मंदिर नागेश्वर तिवारी व अन्य उपस्थित थे.