बड़े या छोटा अधिकारी, सफेदपोश या कितनी भी बड़ी हस्ती हो संलिप्त पाए जाने पर बक्सा नहीं जाएगा- मुकेश कुमार
कृपा शंकर/न्यूज़11भारत
बोकारो/डेस्क:-शराब का अवैध धंधा बोकारो में हमेशा से फलता-फूलता रहा है. कई बार बोकारो औद्योगिक क्षेत्र के विभिन्न कंपनियों में इसको लेकर छापेमारी होती रही है. लेकिन हर बार गोदाम या फैक्ट्री से बड़ी मछली फिसल कर निकालने में कामयाब रही. गुरुवार को बोकारो औद्योगिक क्षेत्र के फेज थ्री स्थित बंद पड़े ओम बॉटलर्स के समीप गली में एक फैक्ट्री में बड़े पैमाने पर अवैध अंग्रेजी तथा देशी शराब निर्माण कार्य का भंडाफोड़ किया गया. यह फैक्ट्री मैसर्स सर्व प्लास्टिक के नाम पर आवंटित किया गया है. यह प्लाट विजेंद्र प्रसाद के नाम है. इस दौरान करीब डेढ करोड रुपए का शराब सहित सामग्री जब्त की गई. इसको लेकर शुक्रवार को जिले के बड़े अधिकारी से लेकर राज्य के अधिकारियों की भी धमक हुई. इस फैक्ट्री का निरीक्षण के लिए झारखंड सरकार उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के सचिव मुकेश कुमार, आईजी डॉ माइकल राज एस, डीसी बोकारो विजया जाधव, आयुक्त उत्पाद झारखंड सरकार, एसपी बोकारो पूज्य प्रकाश, सहायक आयुक्त उत्पाद विभाग उमाशंकर सिंह, एसडीओ चास ओम प्रकाश गुप्ता, डीएसपी मुख्यालय ने संचालित अवैध शराब फैक्ट्री का निरीक्षण किया. सचिव मुकेश कुमार ने अवैध रूप से संचालित फैक्ट्री को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई.
इससे पहले भी बोकारो औद्योगिक क्षेत्र के अलग-अलग कंपनी में हो चुकी है छापेमारी-
बोकारो औधोगिक क्षेत्र में कई बार अवैध शराब निर्माण और गोदाम पर कार्रवाई की गई है. अवैध शराब निर्माण या गोदाम की अब तक सारी फैक्ट्रियां ओम बॉटलर्स के ईर्द-गिर्द ही संचालित होते आ रही है. बता दें कि इससे पहले 14 फरवरी 2020 में चंद्रपुरा थाना पुलिस अवैध शराब की गाड़ी जब्त कर, बोकारो औधोगिक क्षेत्र के एक कंपनी में छापामारी की थी, जहां गोदाम था. बिहार के जमुई जिला अंतर्गत पुलिस ने मलयपुर में अवैध शराब का ट्रक पकड़ने के बाद 10 अप्रैल 2021 में बिहार पुलिस ने बियाडा पहुंची थी. जहां बंद पड़े ओम बोटलर्स से सटे (अंदर से जुड़ा हुआ) गोदाम में छापामारी की थी. वहीं 14 मार्च 2022 को बियाडा क्षेत्र फेज चार स्थित पेट्रोल पंप के समीप एक फैक्ट्री से भी अवैध अंग्रेजी शराब बरामद किया गया था. इसके बाद 27 अप्रैल 2022 को वैशाली पुलिस ने बियाडा के एक बंद पड़ी फैक्ट्री में छापेमारी कर, वाहन सहित अन्य सामग्री जब्त की गई थी. वहीं इसके दूसरे दिन ही इस बंद पड़ी कंपनी में खड़े ट्रकों पर आग लगा दी गई थी.
धंधा में बड़े या छोटे अधिकारी, कर्मी या सफेद जिनकी भी संलिप्तता होगी, बख़्शा नहीं जायेगा-
झारखंड सरकार के उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग सचिव मुकेश कुमार ने स्पष्ट रूप में कहा कि, इस करतूत में शामिल लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. संलिप्तता पाए जाने पर कितना भी बड़ा अधिकारी, कर्मी, सफेदपोश व्यक्ति या कोई अन्य हो, बक्शा नहीं जाएगा. जांच चल रही है. यहां से पश्चिम बंगाल, हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश, पंजाब सहित अन्य प्रदेशों का बारकोड प्राप्त हुआ है. वहीं, उत्तरी प्रक्षेत्र के आईजी डॉ माइकल राज एस ने कहा कि बोकारो औद्योगिक क्षेत्र में संचालित एक बड़ी फैक्ट्री का उद्भेदन किया गया है. संभवत फैक्ट्री जिनके नाम पर आवंटित है, उनकी मिली भगत से यह काम चल रहा था. अवैध शराब का निर्माण का धंधा काफी आधुनिक तरीके से बहुत व्यापक पैमाने पर किया जा रहा था. इसकी जांच की जा रही है.
सेटअप देखकर लगता है कि लंबे समय से संचालित हो रही थी फैक्ट्री- डीसी बोकारो
निरीक्षण करने फैक्ट्री पहुंची डीसी बोकारो विजया जाधव ने कहा कि औधोगिक क्षेत्र में पानी के यूनिट के आड़ में अवैध शराब की मैनिफैक्चरिंग की जा रही थी. जहां विभिन्न ब्रांडों के फर्जी स्टिकर, विभिन्न ब्रांडों के ढक्कन, कार्टन, भारी मात्रा में खाली बोतल से भारी मात्रा में खाली बोतल, पांडिचेरी तथा देश के अन्य हिस्सों से मंगवाया गया है. साथी 5000 लीटर के 16 सिंटेक्स की टंकियां पाई गई है. तीन टंकियां में फाइनल प्रोडक्ट भी जब्त किया गया है, जिसे बॉटलिंग प्रोसेस करना था. बाकी टंकियां में रॉ मैटेरियल भरा था. डीसी ने कहा कि फैक्ट्री का सेटअप देख कर प्रतीत होता है कि यह फैक्ट्री दो-तीन माह से नहीं बल्कि लंबे समय से संचालित हो रहा था. सुसंगत धाराओं में कार्रवाई के लिए प्रोसीजर किया जा रहा है. जब्त माल की अनुमानित कीमत करीब डेढ करोड रुपए है. कहा कि इस भंडाफोड़ के साथ हीबियाडा औद्योगिक क्षेत्र मे संचालित कंपनीयों के लिए एक टीम का गठन किया गया है. जो सभी कंपनियों का भौतिक परीक्षण किया जाएगा. वहीं बोकारो एसपी ने कहा कि बोकारो के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. इससे वोट में प्रभावित करने की साज़िश थी. स्वास्थ्य पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ता