रांची : विधायक सरयू राय ने एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल पर निशाना साधा है. सरयू राय ने कहा है कि रघुवर दास का चेहरा चमकाने के लिए नियमों को ताक पर रखा गया. उन्होंने पीआरडी के रघुवर कार्यकाल की पूरी जांच और विशेष ऑडिट की मांग मौजूदा सरकार से की है.
यह है झारखंड सरकार का सूचना एवं जनसंपर्क विभाग मूलतः इस विभाग का काम किसी भी मुख्यमंत्री के कार्यों का प्रचार-प्रसार है, मगर रघुवर दास के कार्यकाल में जनसंपर्क विभाग ने नियमों को ताक पर रखकर कई कारनामों को अंजाम दिया. सबसे पहला कारनामा सरकार के प्रचार-प्रसार के लिए टेंडर निकाला गया और प्रभात नाम की कंपनी ने बकायदा टेंडर क्वालीफाई किया. इस कंपनी का कार्यकाल भी अभी पूरा नहीं हुआ था कि इंडिया रिपोर्ट कार्ड नाम की एक कंपनी को नॉमिनेशन के आधार पर प्रचार-प्रसार का काम 14 करोड़ में अलाउड कर दिया गया. पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक सरयू राय ने इस विषय पर सरकार को पत्र लिखकर सचेत भी किया था. सरयू राय के मुताबिक उस कंपनी का कोई रजिस्ट्रेशन तक नहीं था. जिसको इतना बड़ा काम दिया गया.
सिर्फ इतना ही नहीं बाद में मुख्यमंत्री जन संवाद का काम भी आउटसोर्स कर दिया गया. पूरे प्रदेश में 30 एलईडी स्क्रीन लगाए गए. एक स्क्रीन कट अंडर 16 लाख में तय हुआ और पूरे 5 साल अखबारों और पोस्टर बैनर में पानी की तरह पैसे बहाए गए, अधिवक्ता राजीव कुमार के मुताबिक पीआरडी के पिछले 5 साल के कार्यकाल की गंभीरता से जांच की जानी चाहिए.