अनंत/न्यूज़11भारत,
बेरमो/डेस्क: तेनुघाट पंचायत भवन के निकट अनुमंडल स्तरीय सरहुल पर्व बड़े ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. सरहुल पूजा में मुख्य अतिथि के रूप में गोमिया के पूर्व विधायक सह ओबीसी पिछड़ा के अध्यक्ष योगेंद्र महतो शिरकत किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरहुल पूजा प्रकृति की पूजा है, जो नव वर्ष में प्रवेश की याद को ताजा करता है.
वे प्रकृति से प्रार्थना कर सभी परिवारों के सदस्यों के घर में खुशहाली हो और सभी खुशहाल रहे इसकी कामना की जाती है. आदिवासी समाज सबसे अधिक प्रकृति की रक्षा करता है. उन्होंने कहा कि संस्कृति और सभ्यता यदि संरक्षित है तो कहीं ना कहीं आदिवासी समाज के भाई बंधु का बहुत बड़ी भूमिका रही है. लोगों को सरहुल पर्व के अवसर पर सभी को बधाई और शुभकामना दिया.
इस मौके पर जिला परिषद पूर्व उपाध्यक्ष राधानाथ सोरेन, पेटरवार प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष मुकेश महतो, प्रकाश महतो, अरविंद मुर्मू, चापी पूर्व मुखिया श्रीराम हेमबम, पूर्व पंचायत समिति सदस्य सुख लाल मुर्मू, सीताराम मुर्मू, बाबू चंद सोरेन, कालेश्वर सोरेन, दिलीप सोरेन, मिथुन सोरेन, लालजी टुड्डू, पंकज नायक, शालिग्राम प्रसाद, राजन नायक सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.
वहीं इससे पूर्व आदिवासी संथालों का पूजा स्थल में पूजा अर्चना पारंपरिक रूप से संथालों के पुजारी नायके द्वारा बहा (फूल) चढ़ाकर और नायके ने सभी को माथे में फूल लगाकर सभी को बहा पर्व का शुभकामनाएं दिया. इसके बाद सांस्कृतिक नृत्य ढोल नगाड़ा के माध्यम बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. आदिवासियों का यह सबसे बड़ा प्रकृति पर्व बसंत ऋतु में तीन से चार दिनों तक मनाए जाने वाला प्रमुख पर्व है.