के एन यादव/न्यूज़ 11 भारत
दुमका/डेस्क:-मसलिया प्रखंड के मसानजोर पंचायत के बेदियाचक मुस्लिम टोला में विगत एक मार्च से सहज संवेदना फाउंडेशन का बेनर लगाकर फार्मर हेल्प कार्ड बनाने के नाम पर चार युवक ग्रामीणों से 70- से लेकर 100 रुपये की वसूली कर रहे थे. लगातार दो दिन गांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बैनर लगाकर विभिन्न प्रकार के योजनाओं के लाभ का प्रलोभन देकर सोमवार देर शाम तक पावती रसीद भी दे रहा था. ग्रामीणों ने इसकी जानकारी पंचायत के मुखिया वीरेन किस्कु को दी तो मुखिया ने कहा कि ऐसी कोई जानकारी नहीं है लोगों को बैठाकर रखें मैं आकर मिलता हूं. ग्रामीणों ने सभी युवकों को कहा कि स्थानीय मुखिया फार्मर हेल्प कार्ड के बारे में जानकारी लेने पहुंच रहे हैं इतना सुनते ही सभी बैनर खोलकर चंपत हो गए. ग्रामीण इस्लाम अंसारी ने बताया कि पहले दिन गांव के मकसूद अंसारी के किराना दुकान के पास बैठा जहां लगभग तीस लोगों का रसीद काटकर कर फार्मर हेल्प कार्ड बनाया. वहीं दूसरे दिन अब्बास अंसारी के घर के सामने बैठकर लगभग पंद्रह लोगों का कार्ड बनाया जिन्हें पावती भी दिया गया है. लोगों ने जब इसके बारे में युवकों से पूछा तो मसलिया प्रखंड कृषि पदाधिकारी का हवाला दिया कि उनके आदेश से किया जा रहा है. इस संदर्भ में जब मसलिया के प्रभारी बीएओ नरेश यादव से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि मेरे जानकारी में फार्मर हेल्प कार्ड बनाने को लेकर कोई जानकारी नहीं है, हां यहां से मिट्टी जांच कराया जाता है जिससे किसानों के खेतों की मिट्टी की निःशुल्क जांच होती है.
हेल्प कार्ड बनाने वाले पिंटू कुमार, बबलू मिस्त्री व निर्मल मंडल से फोन पर इसके आथराइज्ड पेपर की मांग की तो जिला आदेश के लिए अर्जी डाली गई पेपर भेजी गई जिसमें फार्मर हेल्प कार्ड निःशुल्क बनाने की बात लिखी हुई थी. लेकिन इसके नाम पर लोगों से किसानों को जैविक खाद,बीज कीटनाशक पर विशेष छूट, किसानों के लिए हेल्थ चेकअप हर छह महीने में, जैविक फसल बीमा, किसानों के बच्चों का शिक्षा एवं पौष्टिक आहार, किसान के लिए ई बाजार, किसानों को सम्मानित करने, समेत कुल दर्शनों लाभ के नाम पर 70 रुपये की राशि वसूली गयी. जब किसानों ने इस चालाकी के बारे में सुना तो अपने आपको ठगा महसूस करने लगे. मौके पर सरजहान अंसारी, मंसूर अंसारी, फतरुद्दीन अंसारी, नवसाद अंसारी, अजरुद्दीन अंसारी, समसुद्दीन अंसारी, रजाउद्दीन अंसारी, कमरुद्दीन, नईम आदि ने ऐसे लोगों पर प्रशासन से जांचोपरांत उचित कार्रवाई करने की गुहार लगाई है.