केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के पूर्व स्पेशल डायरेक्टर और आईपीएस अफसर राकेश अस्थाना को दिल्ली पुलिस का कमिश्नर नियुक्त किया गया है. 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं अस्थाना. आईपीएस राकेश अस्थाना झारखंड मूल के रहने वाले हैं. 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना दिल्ली के नए पुलिस कमिश्नर बनाए गए हैं.
राकेश अस्थाना गुजरात कैडर के हैं आईपीएस अधिकारी
बता दें कि अस्थाना पहले सीबीआई में स्पेशल डायरेक्टर भी रह चुके हैं. राकेश अस्थाना गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. एसएस जोग और अजयराज शर्मा के बाद राकेश अस्थाना तीसरे पुलिस कमिश्नर हैं जो बाहर के कैडर से हैं. राकेश अस्थाना को यह नियुक्ति तब दी गई है जब वह तीन दिन बाद 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अस्थाना को एक साल का सेवा विस्तार दिया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेशानुसान वर्तमान में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक तौर पर तैनात राकेश अस्थाना तत्काल प्रभाव से दिल्ली पुलिस के आयुक्त का प्रभार संभालेंगे.
सीबीआई में स्पेशल डायरेक्टर भी रहे हैं अस्थाना
1984 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस अफसर राकेश अस्थाना विवादों में रह चुके हैं. ये उस समय चर्चा में आए थे जब उन्हें सीबीआई में स्पेशल डायरेक्टर बना दिया गया था. अस्थाना को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है. अस्थाना की नियुक्ति का तत्कालीन सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा ने विरोध किया, जिसके बाद इस विवाद ने तूल पकड़ लिया था.
नागरिक उड्डयन सुरक्षा का महानिदेशक भी बने थे
वहीं अस्थाना एक रिश्वत मामले में विवादों में घिरे जिसमें वे कथित रूप से शामिल थे. आखिरकार सीबीआई में सेकंड-इन-कमांड अस्थाना की 2018 में एजेंसी से विदाई हो गई और उन्हें जनवरी 2019 में नागरिक उड्डयन सुरक्षा का महानिदेशक बनाया गया. 2020 में फर्जीवाड़े से जुड़े मामले में उन्हें 2020 में एजेंसी से क्लीन चिट मिल गई थी.
झारखंड के रहने वाले हैं राकेश अस्थाना
आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना झारखंड के नेतरहाट विद्यालय से पढ़े हैं. अस्थाना के पिता हरे कृष्ण अस्थाना नेतरहाट विद्यालय में ही शिक्षक थे. मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद अस्थाना की पढ़ाई रांची के सेंट जेवियर कॉलेज में हुई थी. आईपीएस में चयन के बाद गुजरात कैडर मिला था. संयुक्त बिहार में चारा घोटाले से संबंधित मामले की जांच में भी राकेश अस्थाना की अहम भूमिका रही थी.