Friday, May 3 2024 | Time 16:42 Hrs(IST)
 logo img
  • सड़क निर्माण के दौरान मापी करने की मांग पर वृद्ध से मारपीट
  • छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: ED की बड़ी कार्रवाई, आरोपियों के 205 49 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त
  • नक्सलियों के बंकर तक पहुंची पलामू पुलिस
  • हजारों रुपए की छूट के साथ एप्पल i-pad में मिल रहा है बंफर डिस्काउंट, flipkart-amazon में अब तक की सबसे बड़ी डील
  • हजारों रुपए की छूट के साथ एप्पल i-pad में मिल रहा है बंफर डिस्काउंट, flipkart-amazon में अब तक की सबसे बड़ी डील
  • World Press Freedom Day 2024: जानिए क्यों मनाया जाता है यह दिन और क्या है इसके पीछे का कॉन्सेप्ट
  • सोलर टैंक के स्टार्टर चोरी होने से गांव के 45 घरों को हो रही है पानी की किल्लत
  • बारकोड से कर सकते हैं पहचान सरकारी दुकान में बिक रही शराब असली है या नकली
  • मनीष जायसवाल के कार्यकर्ता है उत्साहित, क्या जेपी पटेल भी अपने कार्यकर्ताओं को कर पाएंगे उत्साहित ?
  • मनीष जायसवाल के कार्यकर्ता है उत्साहित, क्या जेपी पटेल भी अपने कार्यकर्ताओं को कर पाएंगे उत्साहित ?
  • मनीष जायसवाल के कार्यकर्ता है उत्साहित, क्या जेपी पटेल भी अपने कार्यकर्ताओं को कर पाएंगे उत्साहित ?
  • राहुल गांधी ने रायबरेली लोकसभा सीट से दाखिल किया नामांकन, खड़गे, सोनिया और प्रियंका रहे मौजूद
  • राहुल गांधी ने रायबरेली लोकसभा सीट से दाखिल किया नामांकन, खड़गे, सोनिया और प्रियंका रहे मौजूद
  • लेफ्टिनेंट के पद पर इंडियन आर्मी ने निकाली भर्तियां, जानें सलेक्शन का पूरा प्रोसेस
  • ओझा गुनी के शक पर कलियुगी बेटे ने अपने पिता की कर दी हत्या
झारखंड


झामुमो प्रकरण के बाद कुणाल के 'सियासत' पर सवालिया निशान

झामुमो प्रकरण के बाद कुणाल के 'सियासत' पर सवालिया निशान

 मुजतबा हैदर रिजवी/ न्यूज11भारत


जमशेदपुर/डेस्क: साल 2014 में बहरागोड़ा से विधानसभा चुनाव जीत कर झामुमो पार्टी से कैरियर की शुरुआत करने वाले कुणाल षाड़ंगी का सियासत पर सवालिया निशान लग गया है. झामुमो प्रकरण के बाद पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी के बारे में तरह-तरह की चर्चा चल रही है. कहा जा रहा है कि सांसद बनने की जल्दबाजी ने कुणाल षाड़ंगी की 'राजनीति' को खतरे में डाल दिया है. राजनीतिक जानकार कहते हैं कि झामुमो में शामिल होने पर आम सहमति न बन पाने के बाद कुणाल षाड़ंगी की राजनीतिक स्थिति थोड़ी कमजोर हुई  है. 

 

झामुमो में आम सहमति न बन पाने की चर्चा

बताते हैं कि पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी जमशेदपुर संसदीय सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं. उन्होंने पहले भाजपा में ही टिकट हासिल करने के लिए हाथ पैर मारा. लेकिन, जब भाजपा ने दो बार से लगातार चुनाव जीत रहे सांसद विद्युत वरण महतो पर दोबारा अपना भरोसा जताया. तो कुणाल षाड़ंगी को लगा कि अब भाजपा में उनकी दाल गलने वाली नहीं है. राजनीतिक सूत्रों के अनुसार इसके बाद कुणाल षाड़ंगी ने झामुमो से टिकट पाने की कोशिश शुरू की. बताते हैं कि उनकी बात लगभग बन भी गई थी. लेकिन, कई विधायकों के एक गुट के विरोध ने कुणाल षाड़ंगी के झामुमो में वापसी की संभावना को फिलहाल खत्म कर दिया है. कुणाल षाड़ंगी को झामुमो में शामिल करने पर आम सहमति न बन पाने की खबर मीडिया में आने के बाद कुणाल ने बयान जारी कर राजनीतिक नुकसान को कम करने की कोशिश की और कहा कि उन्होंने कभी झामुमो में जाने की कोशिश नहीं की. लेकिन, उनका यह तर्क नहीं चल सका. लोगों ने इस पर सवाल खड़े कर दिए. लोगों कहना था कि जब शुरुआत में मीडिया में खबरें आ रही थीं कि कुणाल झामुमो में जाने वाले हैं. तभी उन्हें इस बारे में अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए थी.

 

दिल्ली भेज दी गई है रिपोर्ट

राजनीतिक सूत्रों के अनुसार झामुमो प्रकरण के बाद भाजपा में भी कुणाल षाड़ंगी को लेकर तरह-तरह की बातें चल रही हैं. बताते हैं कि पार्टी के एक धड़े ने कुणाल षाड़ंगी के झामुमो प्रकरण से जुड़ी पूरी रिपोर्ट राष्ट्रीय नेतृत्व को भेज दी है. हालांकि, कुणाल षाड़ंगी पार्टी के नेताओं को यह विश्वास दिलाने की कोशिश पुरजोर कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने झामुमो में जाने की कोई कोशिश नहीं की.

 

साल 2014 में भाजपा के दिनेशानंद को हराया था

कुणाल षाड़ंगी ने झामुमो से अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की थी. उन्होंने साल 2014 में भाजपा के दिनेशानंद गोस्वामी को हराया था. इस चुनाव में कुणाल षाड़ंगी को 57 हजार 297 वोट मिले थे. जबकि दिनेशानंद गोस्वामी 42 हजार 618 मत मिले थे.

 

झामुमो छोड़ने के बाद गिरा सियासी ग्राफ

साल 2019 के विधानसभा चुनाव में कुणाल षाड़ंगी ने झामुमो पार्टी छोड़ दी थी. यहीं से उनका सियासी ग्राफ गिरना शुरू हो गया. ग्रामीण इलाकों में झामुमो की पकड़ मजबूत है. साल 2009 के चुनाव में सांसद विद्युतवरण महतो खुद झामुमो से बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक थे. विद्युत वरण महतो के भाजपा में जाने के बाद और लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र से कुणाल षाड़ंगी को झामुमो का टिकट मिला था और वह जीते भी थे. लेकिन, साल 2019 के चुनाव में कुणाल षाड़ंगी भाजपा में आ गए और भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े. जबकि झामुमो ने क्षेत्र के समाजसेवी समीर मोहंती पर भरोसा जताया और समीर मोहंती झामुमो से चुनाव जीतकर अब विधायक भी हैं. इस तरह, झामुमो पार्टी छोड़ने से कुणाल षाड़ंगी की राजनीतिक स्थिति कमजोर हुई है.

 

अधिक खबरें
मनीष जायसवाल के कार्यकर्ता है उत्साहित, क्या जेपी पटेल भी अपने कार्यकर्ताओं को कर पाएंगे उत्साहित ?
मई 03, 2024 | 03 May 2024 | 2:31 PM

जिस तरह से हजारीबाग में लोकसभा चुनाव की खुमारी जनता के बीच सिर चढ़ कर बोल रही है, उससे तो यहीं पता चल रहा है कि हजारीबाग में गर्मी का तापमान भी उसके सामने फीका महसूस पड़ रहा है. पिछले दिनों के घटनाक्रम पर अगर नजर डालें तो ज्ञात होता है कि राजनीतिक पार्टी का सांगठनिक ढांचा कैसा होना चाहिए. चुनाव तो कई दल लड़ते हैं, लेकिन कौन कितने अनुशासन में रह कर चुनाव की तैयारी करता है और लड़ता है वह बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. जिस प्रकार से हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में भाजपा और इंडी गठबंधन के कार्यकर्ता चुनावी सभा के दौरान अपना काम कर रहे हैं, उसका मैसेज भी जनता के बीच खूब जा रहा है.

हजारीबाग में निजी स्कूलों की मनमानी, सरकार का आदेश बेअसर
मई 03, 2024 | 03 May 2024 | 1:34 PM

हजारीबाग में हीट वेव के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. जिला में अधिकतम तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच गया है. इस बीच सरकार के आदेश के बावजूद जिले के कई प्रखंडों में कई प्राइवेट स्कूल खुले है.

रघुवर दास का पहाड़ी मंदिर में मनाया गया जन्मदिन, देखें तस्वीरें..
मई 03, 2024 | 03 May 2024 | 1:29 PM

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास का जन्मदिन बड़े ही धूमधाम से मनाया गया.

झारखंड के दो पूर्व मुख्यमंत्री का जन्मदिन आज, PM ने ट्वीट कर दी बधाई
मई 03, 2024 | 03 May 2024 | 11:51 AM

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास के लिए आज, 3 मई का दिन खास है. आज झारखंड के दोनों पूर्व मुख्यमंत्री अपना जन्मदिन मना रहे है.

PM मोदी के आगमन पर दोपहर 3 बजे से रांची के इस मार्ग पर पूरी तरह से बंद रहेगा परिचालन
मई 03, 2024 | 03 May 2024 | 6:25 AM

PM नरेंद्र मोदी का आज झारखंड में आगमन होगा. वे दो दिवसीय दौरे पर झारखंड आ रहे है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 मई को राजधानी रांची पहुंचेंगे. वहीं उनके झारखंड आगमन को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है.