धनबादः एक बार फिर आपकी थाली से हरी सब्जियां गायब होने जा रही है. लगातार सब्जियों के भाव में बढ़ोतरी से गृहणियों पर आफत आने वाली है. आलू, प्याज और टमाटर के भाव इन दिनों आसमान पर है. जिले की मंडी में हरी सब्जियों की कीमत भले ही कम है, लेकिन फुटकर में यह सब्जियां हाई रेट पर बिक रही हैं. इससे गृहणियों के किचेन का बजट भी गड़बड़ा गया है. आलू प्याज और टमाटर जो सब्जियों के लिए बहुत जरूरी है. ऐसे में इन चीजों के रेट बढ़ जाने से लोगों के सामने समस्या गंभीर हो गई है. पहले टमाटर तो मुंह को खट्टा कर ही रही था, अब प्याज फिर से रुलाने को तैयार है. पिछले 7 दिन में इसकी किमत दो गुनी हो गयी है.
सब्जियों के थोक और फुटकर रेट में अधिक अंतर
थोक में आलू 24 से लेकर 28 रुपये किलो तक बिक रहा है. नैनी टाल आलू की कीमत 24 से 28 रुपये किलो है, जबकि लाल आलू का रेट 35 से 40 रुपये किलो है. प्याज की कीमत में अचानक तेजी आने की वजह से नासिक बेंगलुरु और राजस्थान में बारिश के कारण फसलें खराब हो रही है. झारखंड में उपजने वाली जो प्याज दीपावली तक बाजार में आने की उम्मीद थी, बोते ही बारिश में वह फसलें भी बर्बाद हो गई हैं. इससे जो प्याज थोक में अभी 25 से 30 रुपये किलो बिक रही है. उस प्याज की कीमत 40 -50 रुपये तक जाने की उम्मीद है. एक बार फिर लोगों को प्याज रुलाने जा रही है. पिछले 7 दिनों में प्याज की कीमत दोगुनी हो गयी है और विक्रेता कहते हैं प्याज और भी महंगा होगा.
बात करें टमाटर की तो इसके दामों में रेट भी 1100 से 1200 रुपये कैरेट है. प्रत्येक कैरेट में 26 से 28 किलो टमाटर आता है. वहीं फुटकर में नैनी टाल आलू 32 से 36, जबकि लाल आलू का 40- 45 रुपऐ जबकि प्याज 40 से 45 और टमाटर 80 रुपये किलो बिक रहा है. फुटकर विक्रेता का कहना है कि सरकार प्याज की आयात नहीं करेगी तो रेट और तेज होगा. हरी सब्जियां भी अब लोगों को मुहं चिढ़ाते नजर आ रही है. इन दिनों कोई भी सब्जी की कीमत 40 रूपये से काम बाजार में नहीं हैं. जबकि खरीदार कहतें हैं की अब तो 250 ग्राम भी ले ले तो बहुत बड़ी बात है. लोगों की मानें तो जिस हिसाब से सब्जी की कीमत भाग रही है.