रांचीः झारखंड की स्थिति दिन-पर-दिन और भयावह होते जा रही है. कोरोना के बढ़ते मामले लगातार खुद अपना रिकॉर्ड तोड़ रही है. ऐसे में जिला और अस्पताल प्रशासनों के सामने कड़ी चुनौती खड़ी हो गई है. आज रात के कई निजी अस्पतालों का ऑक्सीजन खत्म हो सकता है. जिससे निजी अस्पताल प्रबंधनों का अभी से सांस फूलने लगा है. कोरोना काल में बढ़ते संक्रमण के कारण ऑक्सीजन का खपत बढ़ गई है जिससे अस्पतालों को ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है. सिलेंडर के माध्यम से पाइप लाइन के द्वरा मरीजों के बेड तक ऑक्सीजन का सप्लाई होता है. बता दें कि राजधानी रांची में लिक्विड ऑक्सीजन के माध्यम से विभिन्न एजेंसियां सिलेंडर को रिफिल कर निजी अस्पतालों को देती है.ट
महराष्ट्र में भयावह स्थिति
बता दें कि मुंबई के नालासोपारा के विनायक अस्पताल में कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी के कारण 7 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई जिसके बाद मृतकों के परिजन होश खो बैठे. उन्होंने नाराज होकर अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया. आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र की हालत सबसे खराब है. यहां प्रतिदिन रिकार्ड कोरोना संक्रमित सामने आ रहे हैं जिसने सरकार की चिंता बढा दी है.
महाराष्ट्र की बात करें तो यहां सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 51,751 मामले सामने आए जबकि 258 लोगों की मौत हो गई. इससे एक दिन पहले यानी रविवार को सूबे में संक्रमण के 63,294 मामले सामने आए थे. स्वास्थ्य विभाग के की मानें तो राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 34,58,996 हो चुके हैं.