रांची: बिजली बकाए को लेकर वन टाइम सेटलमेंट स्कीम लागू हुए डेढ़ महीने से अधिक का समय बीत चुका है. मगर इसमें उपभोक्ता टर्नअप नहीं हो पा रहे हैं. इसके पीछे मुख्य वजह समय है. अभी समय खेती बाड़ी का है. ग्रामीण उपभोक्ता अभी खेती-बाड़ी में व्यस्त हैं. इस कारण वे इस स्कीम का लाभ उठाने बिजली कार्यालय या कैंप में नहीं जा पा रहे हैं. दूसरी वजह इसके पीछे लोकल बिजली निगम डिविजनों द्वारा योजना का सही रूप में प्रचार-प्रसार नहीं करना भी बताया जा रहा है. बिजली निगम से प्राप्त आंकड़े के अनुसार पूरे राज्य में 32 लाख ग्रामीण उपभोक्ता हैं. जिसमें 28 जुलाई तक केवल 8 हजार ही उपभोक्ता टर्नअप हो पाए.
यह है योजना
कोरोना संकट एवं लॉक डाऊन के दौरान उत्पन्न हुए हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए 15 सितंबर तक के लिए वन टाइम सेटलमेंट स्कीम को लायी. इसके तहत ब्याजी (डीपीएस) माफी एवं बाकी बचे बकाया को चार किस्तों में जमा करने की सुविधा प्रदान की थी. यह स्कीम 15 जून से पूरे राज्य में लागू किया गया. जिसमें डेढ़ महीने का समय बीत चुका है.
टारगेट पूरा नहीं होने पर स्कीम को एक्सटेंशन मिलने की उम्मीद
इस मामले में जेबीवीएनएल कार्यकारी अध्यक्ष केके वर्मा से बात की गयी. वर्मा ने बताया कि हालांकि यह पूरी तरह से सरकार यानि कि उर्जा विभाग का मामला है. लेकिन अगर लक्ष्य पूरा नहीं होता है तो जेबीवीएनएल सरकार को इसे कुछ समय के लिए बढ़ाने के लिए सुझाव देगा.