रांची: राज्य एनएसएस और केंद्रीय खेलकूद युवा कार्य निदेशालय की ओर से राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार 2018-19 कार्यक्रम आयोजन किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वर्चुअल माध्यम से राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयंसेवकों और कार्यक्रम पदाधिकारियों को सम्मानित किया. जिसमें कुल 3 स्वयंसेवक और कार्यक्रम पदाधिकारी को ऑनलाइन माध्यम से पुरस्कार दिया गया.
कई वरीय पदाधिकारी हुए शामिल
नेपाल हाउस के नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर एनआईसी में ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित कर पुरस्कार वितरण समारोह को संपन्न कराया गया. मौके पर रांची विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति कामिनी कुमार, खेल निदेशक अनिल कुमार सिंह, एनएसएस के राज्य पदाधिकारी ब्रजेश कुमार समेत कई लोग शामिल हुए.
राष्ट्रपति ने किया सम्मानित
एनएसएस के पदाधिकारियों ने कहा कि ये क्षण राज्य के लिए गौरव की बात है. जब राष्ट्रपति के हाथों 3 लोगों को सम्मानित किया जा रहा हो. कोविड-19 के मद्देनजर एनएसएस की ओर से पूरे देश भर में विशेष कार्यक्रम चलाया गया था और लगातार ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. इसी कड़ी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से तमाम एनएसएस पदाधिकारियों को सम्मानित किया जा रहा है. इसी कड़ी में राज्य के 3 पदाधिकारी ऑनलाइन वेबिनार के जरिए सम्मानित हुए हैं.
झारखंड के दो और बिहार के एक पदाधिकारी सम्मानित
राष्ट्रपति के हाथों झारखंड के दो एनएसएस पदाधिकारी और एक बिहार के पदाधिकारी सम्मानित हुए हैं. झारखंड इकाई की ओर से ही बिहार के एनएसएस पदाधिकारी को भी सम्मानित किया गया है. झारखंड के बीआईटी मेसरा के ओम प्रकाश पांडे और दुमका विश्वविद्यालय के जतिन कुमार सम्मानित किए गए. खेल निदेशक अनिल कुमार सिंह ने कहा कि झारखंड इकाई एनएसएस की इस उपलब्धि पर झारखंड के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
बता दें कि 28 अगस्त, 1959 को एक राष्ट्रीय समिति की स्थापना की गई थी और 24 सितंबर, 1969 को 37 विश्वविद्यालयों में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम की शुरुआत की गई. तत्कालीन शिक्षा मंत्री डॉ. वी. के आर. वी. राव ने इस योजना की शुरुआत की थी. वर्तमान समय में इस योजना के तहत 39,695 इकाइयों में 36.5 लाख से अधिक स्वयंसेवी हैं.