मामले में सस्पेंड हो चुका है झारखंड कांग्रेस का 'X' अकाउंट, राजेश ठाकुर को भी नोटिस
न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो मामले में झारखंड कांग्रेस का एक्स (ट्वीटर) अकाउंट सस्पेंड हो चुका है. दिल्ली पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष को नोटिस भेजकर उन्हें 2 मई यानी कि आज पूछताछ के लिए बुलाया था. वहीं अब दिल्ली पुलिस ने प्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रभारी गजेंद्र सिह को नोटिस जारी किया है. जिन्हें मामले में पूछताछ के लिए 3 मई को दिल्ली बुलाया है. इस संबंध में झारखंड कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रभारी गजेंद्र सिंह ने कहा है कि दिल्ली पुलिस से नोटिस मिली है. हम इसका जवाब देंगे. दिल्ली पुलिस जब चाहे रांची आकर पूछताछ करें. अभी चुनाव का वक्त है दिल्ली जाना संभव नहीं है. ये नोटिस एक राजनीतिक साजिश है. जिस वीडियो को लेकर 'हाय तौबा' मचा है वो हजारों हैंडल से पोस्ट हुआ है लेकिन चुनकर कुछ लोगों को नोटिस करना दिखा रहा है कि बीजेपी डरी हुई है.
आपको बता दें, बीते दिन यानी 1 मई को दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो मामले में झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को नोटिस भेजा था और उन्हें 2 मई को दिल्ली पुलिस के समक्ष पेश होने को कहा था पुलिस ने उन्हें नोटिस के साथ ही अपना लैपटॉप, मोबाइल, टैबलेट और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लाने को कहा है. इस मामले में राजेश ठाकुर के खिलाफ दिल्ली स्पेशल सेल की ओर से 28 अप्रैल को केस दर्ज की गई है. राजेश ठाकुर को जारी नोटिस के बाद एक्ट (ट्वीटर) कंपनी की तरफ से झारखंड कांग्रेस का ऑफिसियल अकाउंट भी सस्पेंड कर दिया गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो मामले में यह कार्रवाई की गई है.
दिल्ली पुलिस का नोटिस भेजना समझ से परे- राजेश ठाकुर
दिल्ली पुलिस की तरफ से जारी नोटिस के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बयान जारी करते हुए कहा था कि दिल्ली पुलिस की तरफ से उन्हें नोटिस भेजा गया है लेकिन यह समझ से परे है कि नोटिस क्यों भेजा गया है. उन्होंने कहा कि यह अराजकता है जिसको जो मन में आ रहा है वो कर रहा है अगर कोई कंप्लेन है तो पहले ये देखना चाहिए कि मेरे ट्वीटर हैंडल में वो चीजे है या नहीं है. उन्होंने कहा था कि अगर कोई शिकायत थी तो सबसे पहले उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मेरे एक्स अकाउंट में उपलब्ध सामग्री को सत्यापित करना चाहिए था. इस वक्त चुनाव प्रचार चरम पर है इस बीच मेरी व्यस्तता को समझा जा सकता है. दिल्ली पुलिस की तरफ से मेरा लैपटॉप के साथ अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामानें मांगी गई है चीजों को सत्यापित किए बगैर समन जारी करना उचित नहीं है.
क्या है शाह के फर्जी वीडियो में, जो सोशल मीडिया में हो रहा वायरल?
बता दें, लोकसभा चुनाव में अबतक दो चरणों में चुनाव हो चुकी है और तीसरे चरण के चुनाव के पहले फर्जी वीडियो के जरिए बीजेपी को एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण का विरोधी साबित करने की कोशिश की गई. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जो वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है उसमें शाह द्वारा आरक्षण को असंवैधानिक बताते हुए और उसे खत्म करने का ऐलान करते हुए दिखाया गया है. हालांकि जो ऑरिजनल वीडियो है उसमें अमित शाह एसटी, एससी और ओबीसी आरक्षण को बनाए रखने की बातें कहते हुए सुने जा सकते हैं.