झारखंडPosted at: मार्च 02, 2021 अगला वित्तीय वर्ष झारखंड के लिए विकास की नई रोशनी बिखेरेगा: अर्थशास्त्री
ताजा सर्वेक्षण रिपोर्ट में झारखंड में विकास की रफ्तार पर ब्रेक लगी है
रांची: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. इस सत्र के दौरान 2 मार्च को आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की गई. यह सर्वेक्षण रिपोर्ट वित्तीय वर्ष 2020-21 की है. इस कालखंड में झारखंड समेत पूरा देश कोरोना संकट से जूझ रहा था. आर्थिक गतिविधियां ठप सी हो गई थी. लॉकडाउन के कारण आर्थिक कारोबार पर बुरा असर पड़ा. ताजा सर्वेक्षण रिपोर्ट में झारखंड में विकास की रफ्तार पर भी ब्रेक लगी. वैसे तो देश दुनिया में ही इस महामारी ने अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव डाला है. लेकिन झारखंड इस मामले में राष्ट्रीय स्तर पर विकास दर में गिरावट की तुलना में अच्छा रहा है.
हेमंत सरकार की बड़ी भूमिका रही
झारखंड में विकास दर में गिरावट आई है. राष्ट्रीय स्तर पर 7.5% की गिरावट आई है जबकि झारखंड में विकास दर में गिरावट 6.9 रही. प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट तैयार करने वाले डॉक्टर हरीश्वर दयाल ने कहा कि अगला वित्तीय वर्ष झारखंड के लिए अच्छा रहेगा. वर्ष 2021 22 जून में विकास दर 9.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है. डॉक्टर दयाल ने कहा कि कोरोना काल में भी झारखंड में आर्थिक गतिविधियां थोड़ी बहुत चलती रही. बाहर से प्रवासी मजदूर यहां आए, रोजगार के अवसर सृजित हुए. इससे आर्थिक गतिविधियां धीरे-धीरे बढ़ती गईं. इसमें हेमंत सरकार की भी बड़ी भूमिका है. सरकार के नीतिगत फैसले ने भी अर्थव्यवस्था को बल दिया.