हज यात्रा 2021 पर जानेवालों को सऊदी सरकार का निर्देश है कि अरकान अदा करने और मक्का-मदीना की जियारत का मौका उन्हें ही मिलेगा, जिन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन की दोनों डोज ली हो. कोवैक्सीन को सऊदी सरकार की मंजूरी नहीं है. वहीं भारत में दोनों ही वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है. कुछ हज पर जानेवालों ने कोवैक्सीन इंजेक्शन लगवाया है.उन्हें यात्रा की अनुमति मिलना मुश्किल है. सऊदी सरकार ने पीफाइजर, मॉडर्ना, एस्ट्राजेनिका और जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन को ही मंजूरी दी है. एस्ट्राजेनिका-कोविशील्ड एक ही मानी गयी है. इसके अलावा 60 साल से अधिक उम्रवालों को भी यात्रा की इजाजत नहीं है. 2020 में भी सऊदी सरकार ने विदेशी मुल्क को हज यात्रा की परमिशन नहीं दी थी. 2021 में 60 हजार लोगों को परमिशन दी गयी है, जिनमें 15 हजार स्थानीय और 45 हजार पूरी दुनिया के होंगे. हर साल भारत से लगभग दो लाख से अधिक लोग यात्रा पर जाते हैं.
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क्या कहते हैं धातकीडीह मदरसा फैजुल उलूम हज कमेटी के प्रमुख
हाजी कारी इसहाक अंजुम ने बताया कि सऊदी सरकार और हज कमेटी ऑफ इंडिया के मुताबिक हज आवेदकों के लिए कोविड-19 के कारण ऑनलाइन हेल्थ वेरिफिकेशन कराना अनिवार्य है. इसमें आवेदकों को कोविड वैक्सीन की प्रथम और द्वितीय डोज लगाने के बाद सार्टिफिकेट हज कमेटी की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा.
हज आवेदक यदि छह माह के भीतर अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हुआ है, तो इसकी सूचना ऑनलाइन फॉर्म में भरनी होगी. मेडिकली अनफिट को इजाजत नहीं होगी. यात्रा के 14 दिन पहले तक दूसरा टीका लगा होना चाहिए. सऊदी पहुंचने पर शुरू के तीन दिन हर हज जायरीन को कोरेंटिन रहना होगा. इस बार की हज यात्रा 30 दिन की ही रखने की संभावना है.