प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: कई दशक पहले पलामू के रेड़मा से आकर हजारीबाग में बसे प्रसिद्ध वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर मृत्युंजय शर्मा का रांची में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. उनकी उम्र 57 वर्ष थी. मृदुभाषी होने के साथ साथ जल जंगल, जंगली जीव जन्तु, कनहरी पहाड़ी और इस जैसे सुंदर लोकेशन को दिल में बसानेवाले मृत्युंजय की पहचान पर्यावरण संरक्षक और खोजकर्ता की रही. यहां के जंगल की विशेषता, पुराने पेड़, अदभूत पेड़ और जंगल में मौजूद जीवों को लेकर अपने कई नई खोजों द्वारा उन्हें पहचान मिली. इन सब के अलावे कनहरी पहाड़ी और हजारीबाग झील की नैसर्गिक सुन्दरता को बनाये रखने के लिये बराबर अभियान चलाकर लोगों को हमेशा जागरूक करने के काम में भी लगे रहे. आसपास के डैम, झरना को लेकर भी आवाज उठायी. उन्हें सबसे बड़ी पहचान तब मिली, जब उन्होंने कनहरी में दीमकों के सबसे बड़े घर की खोज की, जिसके लिये उन्हें 2016 में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल किया गया था. इतना ही नहीं उन्होंने हजारीबाग के आसपास एक हजार से ज्यादा इंसेक्ट की सूची तैयार की थी. जैव विविधिता पर लिखी उनकी पुस्तक 'स्पाइडर ऑफ झारखंड' का विमोचन तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने खेलगांव में किया था. मृत्युंजय शर्मा की प्रारंभिक पढ़ाई मेदिनीनगर के रोटरी स्कूल से हुई थी और उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा पलामू जिला स्कूल से 1983 में की थी.
उनकी आगे की पढ़ाई हजारीबाग और दिल्ली में हुई. पढ़ाई पूरी करने के बाद वे हजारीबाग में वन विभाग में अनुबंध पर नौकरी करने लगे और यहीं से उन्होंने हजारीबाग से सौंदर्य को अपने कैमरे में कैद करना शुरू किया. उनकी खींची हुई तस्वीरें जिला समाहरणालय समेत अनेक सरकारी इमारतों में लगी है. 2024 में उनकी तितलियों की तस्वीर के आधार पर हजारीबाग वन विभाग का कैलेंडर तैयार किया गया था. दूरदर्शन वालों ने उनपर एक डॉक्यूमेंट्री भी बनाई थी. जाने- माने पर्यावरणविद शुभाशीष दास के अनुसार एक मृदुभाषी, मिलनसार और बेजुबान पशु पक्षिओं के प्रति अटूट प्रेम रखनेवाले नेक इंसान पर्यावरणविद मृत्युंजय का इस तरह जाना हजारीबाग के लिये बहुत बड़ी क्षति है. मृत्युंजय शर्मा की पत्नी कुसुमलता शर्मा अधिवक्ता है. वहीं पुत्री सौभाग्यम शर्मा कोरिया में भौतिकी में शोध कर रही है, जबकि पुत्र दीप दिव्यम शर्मा क्लैट में चयनित होने के बाद भोपाल में वकालत की पढ़ाई कर रहा है. सुबह जैसे ही उनके निधन की खबर फैली, हजारीबाग में शोक की लहर दौड़ गयी और सोशल मीडिया में यह खबर दौड़ने लगी.