रांची: सांसद संजय सेठ ने आज मेकॉन के पास रेलवे के द्वारा बनाए गए अंडरपास का निरीक्षण किया. यह अंडरपास 10.5 करोड़ की लागत से रेलवे के द्वारा बनाया गया है, जिसमें पूरी लागत राशि राज्य सरकार के द्वारा दी गई है. अत्याधुनिक तरीके से बने इस अंडरपास का उपयोग अब तक शुरू नहीं हो पाया है, इस बात को लेकर स्थानीय लोगों ने सांसद संजय सेठ से इसे चालू कराने के लिए पहल का आग्रह किया था.
सांसद संजय सेठ ने आज उक्त स्थल का निरीक्षण किया, जिसमें रेलवे के कई अधिकारी भी मौजूद थे. रेलवे के अधिकारियों से उन्होंने अंडरपास के निर्माण और इसके विभिन्न तकनीकी पहलुओं की जानकारी ली. संजय सेठ को अधिकारियों ने बताया कि यह अंडरपास पूरी तरह से बनकर तैयार है, लेकिन मेकॉन के साथ बात नहीं बन पाने के कारण इसका उपयोग शुरू नहीं हुआ है.
इस संबंध में संजय सेठ ने कहा कि इस अंडरपास को लेकर साल 2019 में मेकॉन के साथ एक बैठक हुई थी, लेकिन उसका समाधान नहीं निकल पाया. रेलवे के द्वारा इसके उपयोग के लिए ढाई एकड़ जमीन दी जा रही है ताकि 12 मीटर चौड़ी सड़क बन सके. क्षेत्र के लोगों के लिए यातायात सुगम हो सके लेकिन मेकॉन के द्वारा महज डेढ़ एकड़ जमीन नहीं दिया जा रहा है. जबकि उक्त जमीन मेकॉन के लिए अनुपयोगी है. इसी वजह और आपसी समन्वय के अभाव में यह पुल अनुपयोगी पड़ा हुआ है. संजय सेठ ने कहा कि इस मामले को लेकर वो लोकसभा सत्र के दौरान नई दिल्ली में केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी से मुलाकात करेंगे और इस समस्या के समाधान की मांग करेंगे. ताकि इस क्षेत्र के लाखों की आबादी को इस अंडरपास का लाभ मिल सके. क्षेत्र के लोग जाम जैसे बड़ी गंभीर समस्या से मुक्त हो सकें और छोटी-छोटी दुर्घटनाओं से स्थानीय नागरिकों को मुक्ति मिले. संजय सेठ ने स्थानीय लोगों को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही इस समस्या का समाधान निकाला जाएगा और अंडर पास चालू भी होगा.