रांची : बीजेपी विधायक बिरंचि नारायण और भानु प्रताप शाही के बाद अब पार्टी के दूसरे विधायकों ने भी विधानसभा की नई कमेटी को लेकर सवाल खड़े किए हैं. बीजेपी के इन विधायकों का कहना है कि कमेटी में वरीयता का ख्याल नहीं रखा गया. कई वरिष्ठ सदस्यों को जगह नहीं दी गयी.
हलांकि बीजेपी के वरिष्ठ विधायक सह पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह ने कहा है कि कमेटी में किसे जगह देनी है किसे नहीं यह फैसला स्पीकर के विशेषाधिकार का होता है. लिहाजा इस मसले पर ज्यादा टीका टिप्पणी ठीक नहीं है.
बीजेपी विधायकों के इस नाराजगी पर विधानसभा के स्पीकर ने कहा है कि पिछली बार सिर्फ 18 कमेटी का गठन किया गया था. जबकि इस बार हमने 23 कमेटी गठित किया है. इस बार अधिकतर पुराने सदस्य चुन कर आये हैं ऐसे में सबको जगह देना सम्भव नहीं है.
इस बीच सरकार में मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने बीजेपी विधायकों के इस नाराजगी पर कहा है कि बीजेपी को हर चीज में नुक्स निकालने की आदत सी हो गई है.
विपक्षी दल के विधायकों को यकीन था कि भले ही सत्ता चली गई हो, लेकिन सभापति बनकर विधायक से ऊपर का दर्जा प्राप्त किया जा सकता है. लेकिन विधानसभा स्पीकर ने उनके मंसूबे पर पानी फेर दिया. ऐसे में इन विधायकों की यह छटपटाहट समझी जा सकती है.