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पाकुड़/डेस्क:-झामुमो के कद्दावर नेता, अलग राज्य आंदोलन के अग्रणी आंदोलनकारी, झामुमो संस्थापक पूर्व मंत्री दिवंगत साइमन मरांडी की तृतीय पुण्यतिथि के पावन अवसर पर डुमरिया स्थित समाधि स्थल पर लिट्टीपाड़ा विधायक दिनेश मरांडी, एगलिना टुडू सहित अन्य लोगो द्वारा पुष्पसुमन अर्पित कर नमन किया गया. 13 अप्रैल 2021 को कोलकाता में इलाज के दौरान साइमन मरांडी की देहावसान हो गया था.
दिवंगत नेता जमीनी रूप से कड़ी संघर्ष कर शिखर में पहुंचे थे. दिशोम गुरु शिबू सोरेन को 70 के दशक में नेमरा गांव रामगढ़ (रांची) से दुमका में पहली बार लाकर संथालपरगना में पहचान दिलाई थी. अलग राज्य निर्माण में सदैव अग्रणी भूमिका निभाने वाले दिवंगत नेता ने झामुमो की गठन में अहम भूमिका निभाते हुए असंख्य कार्यकर्ताओ को पार्टी से जोड़ा. बिडम्बना यह है कि आज इस दिग्गज नेता को पार्टी द्वारा भूल जाना झामुमो कार्यकर्ता व आमलोगों में तकलीफदेह साबित हो रहा है. जबकि दिवंगत नेता ने संथालपरगना क्षेत्र में झामुमो की नींव रखने में कड़ी मेहनत किया था.
वर्ष 1977 में लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से पहली बार मछली छाप से निर्दलीय चुनाव लड़कर विधायक बने थे. इसके पूर्व लिट्टीपाड़ा प्रखंड प्रमुख के रूप में भी निर्वाचित हुए थे. विधायक रहते हुए झामुमो की गठन में गुरुजी के साथ कंधे से कंधे मिलाकर पार्टी की विस्तार करने का कार्य किया. जो पार्टी के पहले विधायक भी थे.
दिवंगत नेता क्षेत्र में काफी लोकप्रिय रहे है. जो हर पल गरीबो की सेवा में तैयार रहते थे. वर्ष 1980 व 1985 में लिट्टीपाड़ा से झामुमो की चिन्ह पर लगातार विधायक रहे. इसके बाद 1989 में राजमहल लोकसभा सांसद बने. वर्ष 1991 के चुनाव में पुनः लोकसभा की चुनाव में विजयी हुए. इस बीच 1990 से लेकर 2005 तक सुशीला हांसदा लगातार चार बार विधायक निर्वाचित हुए. वही देश के अजजा वर्ग से पहली निर्वाचित विधायक भी बनी. राजनीति के कठिन परिस्थितियो की सामना करते हुए वर्ष 2009 में लिट्टीपाड़ा से दिवंगत नेता ने विजय हासिल किया. वही 2017 के उप चुनाव में भाजपा के शासनकाल में कड़ी चुनोती का सामना करते हुए जनता की विश्वास से विजय हासिल किया. वर्तमान में दिवंगत नेता के पुत्र दिनेश मरांडी विधायक है. इस सम्बंध में विधायक ने बताया कि पिताजी काफी लंबे अरसे तक झामुमो की सक्रिय राजनीति में भागीदारी निभाये. आमलोगों में काफी लोकप्रिय रहे पिताजी हमेशा गरीबो की सेवा करते रहे. उनके आदर्श व विचारों को अनुशरण करते हुए आगे बढ़ रहे है. अधूरे सपने को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है.