मुजतबा हैदर रिजवी/ न्यूज11भारत
जमशेदपुर/डेस्क:-झारखंड मुक्ति मोर्चा को जमशेदपुर लोकसभा सीट पर जिताऊ उम्मीदवार नहीं मिल रहा है. झामुमो से उम्मीदवारी की कतार में दर्जन भर नाम हैं. लेकिन, झामुमो का शीर्ष नेतृत्व किसी एक नाम का फैसला अब तक नहीं कर सका है. जमशेदपुर लोकसभा सीट पर नामांकन शुरू होने में 7 दिन बाकी हैं. 29 अप्रैल से नामांकन का काम शुरू होगा. अब झामुमो के पास 7 दिन बचे हैं. इस 7 दिन में पार्टी को जमशेदपुर लोकसभा सीट के लिए एक उम्मीदवार घोषित करना होगा.
कई नाम की चल रही चर्चा
जमशेदपुर लोक सभा सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा किसे टिकट देगी इसे लेकर चर्चा का दौर अभी जारी है. कई नाम पर चर्चा हो रही है. इनमें आस्तिक महतो पूर्व सांसद सुमन महतो पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य आदि शामिल हैं. भाजपा नेता कुणाल षाड़ंगी के नाम की भी चर्चा है. कहा जा रहा है कि वह अब भी जमशेदपुर लोकसभा सीट से टिकट पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं. सूत्र बताते हैं की अंतिम फैसला पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को करना है. इसीलिए, मामला अटका हुआ है. सूत्रों की मानें तो पार्टी के भीतर भी खींचतान मची हुई है.
उम्मीदवारी में देर होने से स्थिति हुई कमजोर
जमशेदपुर लोकसभा सीट पर झामुमो की स्थिति कमजोर होती जा रही है. ऐसा उम्मीदवार का ऐलान नहीं होने की वजह से हुआ है. जनता के बीच गलत मैसेज जा रहा है कि झामुमो को उम्मीदवार नहीं मिल रहा है. विपक्षी दल इसे लेकर लगातार माहौल बना रहे हैं कि जमशेदपुर के लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार सांसद विद्युत वरण महतो के सामने चुनाव लड़ने की किसी की हिम्मत नहीं पड़ रही है. इसी वजह से झामुमो को उम्मीदवार नहीं मिल रहा है.