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रांची/डेस्कः रांची की यातायात व्यवस्था पर सुनवाई करते हुए झारखंड HC ने नियुक्ति को लेकर गृह सचिव से जवाब मांगा है. कोर्ट ने गृह सचिव से सवाल किया है कि यातायात पुलिसकर्मियों के खाली पदों को भरने के लिए क्या कार्रवाई की जा रही है. जब पुलिसकर्मियों को वाहनों की स्पीड, ट्रकों को खींचने आदि की जांच के लिए और गलत पार्किंग में खड़े गाड़ियों को उठाने के लिए उपकरण मुहैया कराए जाएंगे.
बेसमेंट में पार्किंग के बजाए दुकानें खोली गई है- ट्रैफिक SP
बता दें, ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कोर्ट ने ट्रैफिक SP से कहा कि एंबुलेंस और स्कूल बसों पर खासा ध्यान दें, ताकि वे जाम में न फंसे. इसके बाद कोर्ट ने राय दी कि फिलहाल कुछ अतिरिक्त पुलिसकर्मियों और होम गार्ड जवानों की मदद से यातायात व्यवस्था को मजबूत किया जा सकता है. जिसके बाद ट्रैफिक SP ने कोर्ट को बताया कि रांची के बेसमेंट में पार्किंग के बजाए दुकानें खोली गई है. इस वजह से लोग सड़कों पर ही अपनी गाड़िया पार्क कर देते है. सड़कों पर कई कट भी होते हैं, जहां गाड़ियां घूमती रहती हैं, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा होने लगती है.
ट्रैफिक पुलिसकर्मी के लिए 900 पद स्वीकृत, नियुक्ति सिर्फ 371
आगे ट्रैफिक SP बताते है कि रांची में 371 यातायात पुलिसकर्मी है, जबकि 900 पद स्वीकृत है. खाली पदों को भरने के लिए गृह विभाग को आवेदन सौंपा गया है. उन्होंने आगे बताया कि शहर में ट्रैफिक पोस्ट स्थापित करने को लेकर रांची नगर निगम को पत्र लिखा गया है. शहर के चौराहों पर CCTV कैमरे काम कर रहे है. यदि यह खराब हो जाए तो इसे फौरन बदल दिया जाता है. बिना परमिट वाले ऑटो जब्त किये जा रहे है.