के एन यादव/न्यूज़11 भारत,
दुमका/डेस्क: मसलिया प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्रों में इनदिनों अवैध लॉटरी का गौरख धंधा काफी फल फूल रहा है. शहरी क्षेत्र के बाद अब ग्रामीण इलाका भी इससे अछूता नहीं है. जिससे लोगों का लालच वश गाढ़ी कमाई जा रही है. दुमका से लॉटरी बेचने वालों का गिरोह अब गांवों के स्थानीय युवक प्रतिदिन सुबह से शाम तक हजारों रुपये की लाटरी बेचकर लोगों की जेब ढीली करने को विवश कर रहे हैं. कई लोग तो इसके आदि भी हो चुके हैं जो बगैर लाटरी खेले एक दिन भी नहीं रह पाते हैं. क्षेत्र के गुमरो, पिंडारी, मुर्गीमोड़, रानिघाघर, खेड़बोना, जेरूवा, आश्रम चापुड़िया मोड़,गोलबंधा आदि ऐसे जगह है जहां के दुकानों मोड़ में प्रतिदिन लाटरी खपाया जा रहा है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रास्ते में यत्र तत्र लॉटरी की एक्सपायरी टिकट फेंका रहता है. यही नही लॉटरी खेल में शामिल लोगों के मोबाइल फोन पर व्हाट्सएप के जरिये भी ऑनलाइन तरीके से टिकट भेजते हैं. इस कारण धीरे धीरे लोग इस अवैध लाटरी कारोबार में फंसते जा रहे हैं. लॉटरी टिकट 50 रुपये 100 रुपये से लेकर 12 सौ रुपये तक रहता है. नागालैंड व बंगाल के आरजिनल ब्रांड की लाटरी को दुमका में नकल बनाकर पालाजोरी डिस्ट्रीब्यूटर के माध्यम से भेजा जाता है. जो एके,एमटी,एसके केसी आदि लाटरी के ब्रांड छाप कर गांवों में खपा रही है. अगर समय रहते प्रशासन इस पर नकेल कसने में सफल नहीं रही तो आने वाले समय में पूरा इलाका इसके चपेट में आ सकता है.