आर्यन श्रीवास्तव / न्यूज11 भारत
कोडरमा(डोमचांच)/डेस्कः खनन विभाग व पुलिस की उदासीनता के कारण प्रखंड तथा आसपास के क्षेत्र के विभिन्न नदियों में बालू का उत्खनन जोरों पर है.इसके कारण नदियों का अस्तित्व खतरे में है. यहां तक की नवलशाही - मसमोहना वाले रास्ते में पड़ने वाला नदी में बने पुल भी धंसने लगे हैं. जबकि अवैध बालू उठाव से नदी का अस्तित्व खतरे में है. यदि अवैध बालू उठाव पर जल्द काबू नहीं पाया गया तो नदी बिन बालू के रह जाएगा. मसमोहना नदी व नीमडीह नदी से रात भर ट्रैक्टर के माध्यम से बालू की ढुलाई अवैध रूप से की जाती है .इससे ट्रैक्टरों की आवाज से लोगों की नींद हराम होती हैं. इस कार्य में कुछ स्थानीय लोग भी संलिप्त हैं.
सूत्रों की माने तो नीमडीह नदी से लाने वाले प्रत्येक गाड़ी से 200 रुपये की अवैध वसूली भी की जा रही है. बताया जाता है कि नदी से प्रत्येक दिन करीब एक सौ ट्रैक्टर बालू का उठाव हो रहा है. यह बालू लदे ट्रैक्टर मुख्य सड़कों से ना जाकर गांव व मोहल्लों के कच्चे रास्तों से होकर गुजरते हैं. इससे प्रतिदिन सरकार को लाखों रुपए के राजस्व की हानि हो रही है. वहीं इस मामले में प्रशासनिक विभाग एवं खनन विभाग चुप्पी साधे हुए है.बालू की ढुलाई विभिन्न नदियों से कई जगह डंप कर बिहार भेजा जा रहा है.