झारखंड » दुमकाPosted at: मार्च 27, 2024 जीवन सार्थक बनाना हो तो मांसाहार का करें त्याग- विवेक महाराज
के एन यादव/न्यूज़11 भारत
दुमका/डेस्क: मसलिया के ग्राम पंचायत सांपचला में सप्तदिवासीय शिव महापुराण कथा के अंतिम रविवार रात्रि को चित्रकूट निवासी कथा वाचक बाल व्यास विवेक महाराज ने कथा का विराम कराया. उन्होंने यहां सभी से एक दक्षिणा स्वरूप दान करने की बात मनवाकर एक एक पौधा लगाने की बात कही. कहा कि यदि संभव हो सके तो मेरे व्हाट्सएप नंबर पर भेज दें ताकि मुझे प्रमाणिकता के तौर पर पता चले. कथा में उन्होंने बारह ज्योतिर्लिंग की महिमा का बखान करते हुए कहा कि भगवान का सभी शिवलिंग मनुष्यों के दुखों को दूर करने के लिए हजारों वर्षों से स्थापित है आज भी भगवान शिव वहां विराजते हैं. ब्राह्मणों को सावधान करते हुए कहा कि ब्राह्मणों को नित्य प्रति दिन गायत्री मंत्र का जप करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ब्राह्मण को समाज का पथ प्रदर्शक होना चाहिए इसके लिए उन्हें त्याग तितिक्षु होना चाहिए. जो ब्राह्मण नशा का सेवन करें मांस भक्षण करे बुरे आचरण करे ऐसे में उन्हें दान करने वाला भी महा पाप का भागी होता है. जो ऐसे कृत्य करते हैं उन्हें दान नहीं देना चाहिए. उन्होंने समस्त ब्राह्मण परिकर से निवेदन करते हुए कहा कि अपना ब्राह्मणत्व को बताएं आज समाज भटक रहा है. कहा कि शाकाहार बनिये क्योंकि शाकाहार भोजन से हिंसा नहीं होती किसी जीव का विनाश नहीं होता. मांसाहारी वहीं बने जो अपने किसी अंग को काटकर खाने की सामर्थ्य रखता हो. किसी जीव को तड़पाकर मारने से कितनी पीड़ा होती है इसका अंदाजा आपकी एक अंगुली कटने से ही पता चल सकता है. रात्रि को शिव महापुराण कथा में कई प्रकार के भक्ति गीतों को गाते हुए कथा का विराम दिया गया. तत्पश्चात भंडारा का आयोजन भी किया गया जिसमें आस पास के दर्जनों गांवों के श्रद्धालु स्रोताओं ने प्रसाद ग्रहण किया.