रांची : राजधानी रांची में अपराधियों का मनोबल सिर चढ़ कर बोल रहा है. अपराधी बोखौफ होकर कभी भी कहीं भी किसी भी घटना को अंजाम दे कर भाग निकल रहे हैं. इसी क्रम में सोमवार की शाम बरियातु थाना क्षेत्र में अज्ञात अपराधियों ने कोयला कारोबारी प्रेम सागर मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी. अपराधियों ने सरेशाम मान्या पैलेस के सामने प्रेम सागर मुंडा पर ताबड़तोड़ फायरिंग की जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गया.
आनन-फानन में घायल प्रेम सागर मुंडा को रिम्स में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी. प्रेम सागर मुंडा कोयला कारोबारी था. उसके तार टेरर फंडिंग मामले से भी जुड़े हुए हैं. बता दें कि चतरा पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में मृतक का नाम शामिल था. इसके साथ ही वह अशोका पिपरवार कमेटी में भी खास स्थान रखता था. कयास लगाये जा रहे हैं कि इस हत्याकांड के पीछे कोयले के काले कारोबार का खेल छुपा है.
इधर घटना की शूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन में जुट गयी है.
मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सोमवार की शाम के करीब 7:00 बजे के आसपास प्रेम सागर मुंडा अपने फॉर्च्यूनर गाड़ी से मोराबादी स्थित पार्क प्राइम होटल के पास रुके हुए थे. इसी दौरान दो बाइक पर सवार होकर आये अपराधियों ने प्रेम सागर मुंडा को गोली मार दी. प्रेम सागर मुंडा की हत्या किस वजह से की गयी है अब तक इसके पीछे की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पायी है. इस बात की चर्चा है कि प्रेम सागर मुंडा का टीपीसी से विवाद चल रहा था.
मिली जानकारी के अनुसार मोरहाबादी स्थित पार्क प्राइम होटल के पास चाय दुकान के सामने पहले से अपराधी घात लगा कर बैठे हुए थे. जैसे ही प्रेम सागर मुंडा अपनी फॉर्च्यूनर कार को पार करके दुकान के सामने आये उसी दौरान अपराधियों ने प्रेम सागर मुंडा पर गोली चला दी. प्रेमसागर मुंडा के साथ दो लोग और आये थे, घटना के बाद से वे दोनों फरार बताये जा रहे हैं.
प्रेम सागर मुंडा की हत्या किस वजह से की गयी है, अब तक इसके पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. आसंका जतायी जा रही है कि प्रेम सागर मुंडा की हत्या कोयला के काले कारोबार के कारण हुई है. अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया या किसी उग्रवादी संगठन के द्वारा घटना को अंजाम दिया गया, इसकी अभी सही जानकारी सामने नहीं आ पायी है. पुलिस की जांच के बाद ही घटना के पीछे की सही वजह का पता चल पायेगा.
जानकारी के अनुसार प्रेम सागर मुंडा चतरा की विभिन्न कोल परियोजनाओं में सीसीएल के कर्मी और कोल परियोजना के सेल्स इंचार्ज विस्थापन समिति और कोल फील्ड लोडर एसोसिएशन के नाम पर उग्रवादी संगठन टीपीसी के लिए लेवी की वसूली करने का भी काम करता था.
जानकारी के अनुसार प्रेम सागर मुंडा के खिलाफ एनआईए भी जांच में जुटी थी. टेरर फंडिंग के मामले में पिपरवार (कांड संख्या 36-19) में प्रेम सागर मुंडा समेत 77 आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. एनआईए सभी आरोपित की चल-अचल संपत्ति को खंगालने में जुटी है. बताया जा रहा है कि प्रेम सागर मुंडा ने रांची स्थित मोरहाबादी, कांके सहित कई इलाके में संपत्ति अर्जित की है. टीपीसी से जुड़े प्रेम सागर मुंडा के खिलाफ एनआइए के साथ-साथ पुलिस भी जांच में जुटी थी. वहीं मृतक के खिलाफ टंडवा थाना में भी मामला दर्ज है.