केएन यादव / न्यूज़11 भारत
दुमका/डेस्क: मसलिया प्रखंड के खुटोजोरी पंचायत अंतर्गत मुर्गीमोड़ के पास रविवार शाम को झामुमो के दुमका लोकसभा प्रत्याशी नलिन सोरेन, महेशपुर विधायक प्रोफेसर, स्टीफन मरांडी और मंत्री बसंत सोरेन के साथ पहुंचे. जहां सर्वप्रथम उनका स्वागत आदिवासी रीति रिवाज के साथ स्थानीय महिला कार्यकर्ताओं ने पुष्प गुच्छ भेंट कर और माल्यार्पण करते हुए किया. तत्पश्चात बैठक झामुमो प्रखंड अध्यक्ष सह प्रखंड प्रमुख बासुदेव टुडू की अध्यक्षता में शुरू हुई.
बैठक में उपस्थित कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए लोकसभा प्रत्याशी नलिन सोरेन ने कहा कि काफी वर्षों के बाद मसलिया के क्षेत्र के मुर्गीमोड़ आने का सौभाग्य मिला है. मुझे स्मरण है उस समय झारखंड राज्य अलग करने का आंदोलन चल रहा था और इसी मोड़ से हम और मेरे एक साथी नरसिंह मुखिया को पुलिस गिरफ्तार कर देवघर जेल भेजा था. काफी संघर्ष से झारखंड अलग होने के पश्चात माननीय गुरुजी शिबू सोरेन लोकसभा के सदस्य के रूप में जीते. गुरुजी के पुत्र हेमंत सोरेन ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल में अनेकों ऐसी योजनाओं को लाया जिससे यहां के गरीब दलित आदिवासी और आम जनता का विकास होने लगा. यह देख एनडीए सरकार ने हड़बड़ी में उनके ऊपर आरोप लगाकर जेल भेजने का काम किया. लेकिन उनके जेल जाने से झामुमो कमजोर होने के बजाय और भी मजबूत हो रहा है अधिक लोगों का समर्थन मिल रहा है. आज के समय में गुरुजी का सेहत उतनी अच्छी नहीं है इसलिए आज उनकी जिम्मेदारी मुझे सौंपी गई है. सभी से निवेदन है कि आगामी लोकसभा चुनाव में आप सभी अपने प्रत्याशी को जीत दर्ज कराएं.
मौके पर कार्यक्रम में मौजूद मंत्री बसंत सोरेन ने कहा कि बीजेपी ने हेमंत सोरेन को जेल में बंद कर दिया पर उनकी हिम्मत को कहां बंद कर पायेगा. प्रत्येक पांच वर्षों के अंतराल में चुनाव एक नई चुनौती के साथ आती है. सभी जानते हैं 2019 में हमारी सरकार बनने के बाद से बीजेपी निरंतर सरकार को बदनाम करने, गिराने का प्रयास करता रहा. दो साल पूरा कोरोना महामारी में कटा. उस समय प्रवासी मजदूरों का दुख दर्द को समझते हुए उन्हें सुरक्षित घर लाने का काम हमारी सरकार ने किया. इसकी सभी ने प्रशंसा की. शिवाय बीजेपी के. बीजेपी को लगा कि ये सब क्या हो रहा है सब कुछ ठीक चलने लगा. अब हमारा क्या होगा इसलिए साजिश के तहत हेमंत सोरेन को जेल भेजने का काम किया गया है.
महेशपुर विधायक स्टीफन मरांडी ने कहा कि आज हेमंत सोरेन बीजेपी से कोम्प्रोमाईज़ किये रहते तो वे जेल नही जाते. बीजेपी का यही प्रयास था कि हमारे सामने आत्मसमर्पण करें. लेकिन आत्मसमर्पण नहीं करके उन्होंने एक बहुत बड़ा ताकत दिखाया है और पार्टी का सम्मान बचाने के लिए बहुत बड़ा त्याग किया है. दूसरा प्रयास यह रहा कि घर की बहू सीता सोरेन को बीजेपी अपने साथ ले ली. हम यह प्रत्येक सभा में कह रहे हैं कि हमारी लड़ाई सीता सोरेन से नहीं है हमारी लड़ाई बीजेपी से है आज बीजेपी जो झारखंड के नेतृत्व को बर्बाद करना चाहता है इसके मंसूबे पर हम सभी को पानी फेरना है और आगामी चुनाव में झामुमो के गढ़ कहे जाने वाले क्षेत्र में लोकसभा प्रत्याशी नलिन सोरेन को भारी मतों से विजय बनाना है. यहां पर बीजेपी कार्यकर्ता रह चुके ऐसे तीन लोगों ने झामुमो की कार्यशैली से प्रेरित होकर पार्टी ज्वाइन भी किया. जिसमें राजदेव सोरेन, रोहित सोरेन और महादेव कुमार शामिल थे.
इस मौके पर प्रखंड अध्यक्ष बासुदेव टुडू, प्रखंड़ सचिव असित बरन गोलदार, झामुमो प्रदेश समिति सदस्य निशित बरन गोलदार, कादिर रजा, अजय साह, धर्मेंद्र बेसरा, लखिन्द्र मंडल, नूरे आलम, नरेश मरांडी, धीरेन मिस्त्री, नईम अंसारी, आरिफ अंसारी, मतीन अंसारी, हैदर अंसारी, जियालाल मुर्मू, उमेश मोदी, वीरेंद्र किस्कू, रफीक आलम आदि मौजूद रहे.