गोड्डा : गोड्डा जिला में स्वास्थ्य विभाग की पोल खुली. स्वास्थ्य केन्द्र बन्द रहने के कारण सड़क पर ही एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया. एक ओर सरकार जहां संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए लाखों खर्च कर रही है. इसके लिए लाखों की लागत से हर गांव में स्वास्थ्य केन्द्र खोला. हर स्वास्थ्य केन्द्र में दो-दो एएनएम प्रतिनियुक्त किया गया है. बावजूद इसके स्वास्थ्य केंद्रों से गर्भवती महिलाओं को लाभ नहीं मिल पा रही है. गोड्डा जिला के पोडै़याहाट प्रखण्ड के डेवडाड़ उपस्वास्थ्य केन्द्र बंद रहने के कारण प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला ने स्वास्थ्य केंद्र के बाहर ही बच्चे को जन्म दिया. परिजनों ने बताया कि बार-बार सहिया को फोन करने पर फोन बंद पाया गया.
यह वही गोड्डा जिला है, जब गोड्डा डीसी को जब प्रसव पीड़ा हुआ था तो गोड्डा जिला के तमाम डॉक्टर दो दिनों तक डीसी की खिदमत में लगे रहे और सुरक्षित प्रसव कराने का तमगा ले लिया. साथ ही डीसी ने सरकारी अस्पताल में प्रसव कराकर सरकारी अस्पताल के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ाने का काम किया था. इसके लिए पूरे देश में डीसी की सराहना भी हुई थी, मगर आज स्वास्थ्य विभाग की पोल खुल गई और एक मजबूर मां ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया.