प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: कांग्रेस की ओर से हजारीबाग संसदीय क्षेत्र से मांडू से भाजपा की टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते जेपी पटेल की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद हजारीबाग संसदीय क्षेत्र में राजनीति सरगर्मी तेज हो गई है. इस सीट पर जेपी पटेल का मुकाबला भाजपा विधायक (सदर) मनीष जायसवाल से होगा, जिन्हे भाजपा ने सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा का टिकट काटकर विधायक बनाया है.
इस चुनाव में कांग्रेस को बड़कागांव और बरही से बढ़त हासिल हो सकती है क्योंकि इन दोनों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. कांग्रेस प्रत्याशी ने टिकट मिलने की घोषणा के बाद टीएमसी नेता पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा का आशीर्वाद लेकर कायस्थ वोटों के धुर्वीकरण की भी कोशिश की है. संसदीय क्षेत्र में कायस्थ वोटर करीब दो लाख की तादाद में है. वैसे राजनीति के जानकारों का कहना है को यशवंत का आशीर्वाद हासिल करने के बाद भी जेपी की राह आसान नहीं है. कायस्थ वोटरों का समूह यशवंत के कारण जेपी को वोट नहीं दे सकते. यशवंत सिन्हा भले ग्लोबल लेवल पर एक मजबूत राजनीति नेता जरूर है मगर कमल की कीमत पर जेपी को समर्थन नही दे सकते.
जहां तक भाजपा प्रत्याशी मनीष जायसवाल की बात करे तो सदर विधानसभा क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ है. अन्य विधानसभा क्षेत्र में उनकी पहचान जरूर है मगर उन्हें वोट के लिए मजबूत घेराबंदी करनी होगी. कुल मिलाकर यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा की जेपी और मनीष दोनों को राह उतनी आसान नहीं है. इस चुनाव में दोनों विधायको का करियर भी दांव पर है. एक जीत दोनों में से एक को उच्च सदन भेज सकती है. वही एक हर आनेवाले विधानसभा चुनाव में टिकट काट भी सकती है.