सत्यव्रत किरण
रांची : एक लाचार की पुकार सुन लो सरकार... वैसे तो राह चलते और स्थानीय लोग की मानवता जग रही है लोग सड़क पर पड़े असहाय की मदद के लिए आगे आ भी रहें हैं, मगर सरकार की एक नज़र शायद इस लाचार बीमार एकेल पर पड़ जाए तो शायद इसकी जिंदगी बच जाए. रिम्स परिसर में पर एक असहाय की दास्तान...
रिम्स के मुख्य द्वार इमरजेंसी के समीप हनुमान मंदिर के पास घायल बीमार अवस्था में पड़े लावारिस मरीज के साथ कोई परिजन नहीं है, जिस कारण इसका इलाज नहीं हो पा रहा. हमारे संवादाता से लंबे समय की बातचीत के बाद जो समझ आ रहा है उसके तहत उसका नाम शायद इरफान है. वह पाकुड जिले के हिरणपुर प्रखंड का रहने वाला है और अपने बेटे का नाम अख्तर बता रहा है.
लकवा की बीमारी का इलाज करने के लिए वह अपने घर पाकुड़ से वनांचल ट्रेन पकड़ रांची रिम्स पहुंचा. मगर पैर में बहुत दर्द होने के कारण वह कहीं जा नहीं पा रहा है और बीते दिनों से मदद का इंतजार कर रहा है. रिम्स प्रबंधन की तो नजर इस लाचार पर नहीं पड़ रही. बीमार होने के कारण वह अपने परिजनों को सूचना भी नहीं दे पा रहा. वह सरकार से उम्मीद लगाए बैठा है कि सरकारी प्रावधान के तहत उसका इलाज हो जाए या उसके परिजनों को सूचना दी जा सके, या फिर वह अपने घर जा सके.
बीमार होने के कारण वह ठीक से हिलडुल भी नहीं पा रहा है. न्यूज़11भारत प्रयास कर रहा है. जरूरत है कि सामाजिक संगठन के लोग और सरकार के नुमाइंदे असहाय व्यक्ति की मदद करें, ताकि वह अपने परिजनों से मिल सके, अपने घर जा सके और उसका उचित इलाज हो सके.