रांचीः राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में डिग्री कॉलेज के साथ-साथ इंटरमीडिएट की भी पढ़ाई हो रही है, लेकिन यूजीसी ने पहले ही कहा है डिग्री कॉलेज से इंटरमीडिएट को पूर्णता अलग कर दिया जाए लेकिन झारखंड में ऐसा हो नहीं रहा है. माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत इंटरमीडिएट की पढ़ाई होती है और इंटरमीडिएट की परीक्षा झारखंड एकेडमिक काउंसिल के द्वारा ली जाती है लेकिन झारखंड में कुछ कॉलेजों को छोड़कर अधिकांश कॉलेजों में अभी भी इंटरमीडिएट में पढ़ाने वाले शिक्षक की डिग्री में भी पढ़ाते हैं.
झारखंड में 67 अंगीभूत कॉलेज है. इन सभी कॉलेजों में डिग्री और इंटरमीडिएट की पढ़ाई एक साथ होती है जबकि नियमानुसार इंटरमीडिएट के लिए अलग प्रिंसिपल और शिक्षक होने चाहिए. झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव गंगा प्रसाद यादव कहते हैं कि राज्य के सभी कॉलेजों में अभी भी डिग्री और इंटरमीडिएट एक साथ है नियमानुसार यह गलत हो रहा है.
रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले कॉलेजों की क्या स्थिति है संत जेवियर कॉलेज में पूरी तरह से इंटरमीडिएट कॉलेज को अलग किया है लेकिन मारवाड़ी कॉलेज एसएस मेमोरियल कॉलेज राम लखन सिंह यादव कॉलेज अंडर कॉलेज पीपी के कॉलेज बुंडू सहित सोल 16 ऐसे कॉलेज हैं जहां अभी भी इंटरमीडिएट और डिग्री की पढ़ाई एक साथ हो रही है शिक्षाविद मारवाड़ी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ यूसी मेहता मानते हैं इसमें राज्य सरकार को फैसला लेना होगा.
राज्य में स्कूली शिक्षा के माध्यम से इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई के लिए अलग विभाग हैं. वहीं दूसरी तरफ हायर एजुकेशन के माध्यम से डिग्री और पीजी की पढ़ाई होती है बेहतर संचालन बेहतर व्यवस्था के लिए इंटरमीडिएट कॉलेज को अलग करना जरूरी हो जाता है.