रांची : पूर्व डीजीपी डीके पांडेय तो आपको याद ही होंगे. जी हां वही जो कभी गले में सांप लपेट कर तो कभी मंदिर में झाल बजाकर अपनी भक्ति का प्रदर्शन करते हैं. हम आपको इस रिपोर्ट में कई तस्वीरें दिखा रहे हैं, जिसमें एक आलीशाल बंगला है, जो बाब का ही है और उसी भक्ती का नतीजा है ये बंगला. एक रुपये की रजिस्ट्री बंद होने की बात जो हो रही है. वो क्यों हो रही है, इसका एक बहुत बड़ा कारण आज हम आपको दिखाने जा रहे हैं. रिपोर्ट में एक एलआरडीसी का खुलासा सुनिये. तत्कालीन डीजीपी डीके पांडेय का घर जिस जमीन पर बन रहा है, उस जमीन को लेकर है.
ये जमीन गैर मजरुआ जमीन है. एक साईड और कार्रवाई तो वैसी होगी जैसा ऊपर वाले चाहेंगे. अब ये ऊपर वाले कौन हैं. क्या कानून इन ऊपरवालों के हिसाब से चलता है. बहुत सारे सवाल हैं. चलिये एक बार फिर से इस स्टिंग ऑपरेशन को सुनिये. सुनिये बाबा के आलीशान बंगले का काला सच.
सवाल ये है कि डीसी साहब शिकायत के बावजूद मामले में कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे. क्या डीसी साहब फाइल दबाकर बैठे हैं. किसके प्रेशर में ये जांच आगे नहीं बढ़ रही.
ये सिर्फ एक ट्रेलर है. इस जमीन से जुड़े और न सिर्फ इस जमीन, बल्कि कई अधिकारियों की काली कमाई और उनके काले सच भी हमारे पास सबूत के साथ मौजूद हैं. हर खुलासा होगा, बारी बारी से होगा.