श्रीकांत/न्यूज11भारत
गिरिडीह/डेस्कः राज्य के लिए वर्तमान हालात में सबसे हॉट सीट गिरीडीह जिले का गांडेय विधानसभा का सीट बन गया है. गांडेय विधानसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक पारा भी मौसम के बढ़ते तापमान के साथ बढ़ने लगा है. पूर्व में झामुमो विधायक के इस्तीफे से यह सीट खाली हुई है. इस लिहाज से इस फिर से इंडी गठबंधन की और से झारखंड मुक्ति मोर्चा कल्पना सोरेन को प्रत्याशी बना सकता है इस बात की प्रबल संभावना है. कल्पना सोरेन राज्य के साथ पूरे देश मे वर्तमान में झामुमो का चेहरा है. ऐसी हालत में इस सीट को झामुमो ने प्रतिष्ठा की सीट बना ली है. इसी के तहत अब झामुमो ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.
इस बाबत पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन ने गांडेय विधानसभा के कार्यकर्त्ताओं व पार्टी के पदाधिकारियों संघ संवाद किया. शहर के उत्सव उपवन रिसोर्ट में कार्यक्रम का आयोजन हुआ .मौके पर राज्य सभा सांसद डॉ सरफराज अहमद, सदर विधायक सुदिव्य कुमार, झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह समेत कई लोग मौजूद रहे. संवाद कार्यक्रम में गांडेय विधानसभा क्षेत्र के तीन प्रखंड के 66 पंचायत के प्रमुख कार्यकर्त्ता इस संवाद कार्यक्रम में भाग लिया.
वही इस दौरान एक-एक कर सभी पंचायत से आए कार्यकर्ताओ से संवाद किया गया. साथ ही उनकी राय व परेशानियों को भी कल्पना ने खुद सुना बूथ से लेकर गांव मोहल्ले व घरों से अधिक वोटर्स कैसे आए इस पर भी टिप्स दिया गया. वही, हर बूथ स्तर पर कितने वोट पूर्व चुनाव में आए और आगे उसका प्रतिशत हमे कैसे बढ़ाएं इसपर भी मंथन किया गया.
कल्पना सोरेन ने कहा कि दिशोम गुरु की कर्मभूमि रही है. शिबू सोरेन ने राजनीति की शुरुआत और संघर्षों के लिए एक एक लंबी लड़ाई लड़ी है. हमारे कार्यकर्ता हमारे आंख की तरह है. इस बार लड़ाई लंबी है और संघर्ष भी बड़ा है दुश्मन हर संभव प्रयास कर रहा है. भाई-भाई को आपस में लड़ाने की परिवार में फुट डालने की लेकिन हमने कभी नफरत फैलाने वालों को बढ़ावा नही दिया है. झामुमों ने भाई चारे की राजनीति की है.
इस बार गिरिडीह जिले में गांडेय सीट को हेमंत जी और बाबा शिबू सोरेन जी को हम सभी को जीत कर देना है. लड़ाई लंबी है और हमे डटकर मुकाबला करना है. हर जनता को समझाना बताना है कि झारखंड के माटी और यहां के मूलवासी गरीब शोषण समाज की आवाज झारखंड मुक्ति मोर्चा ही उठा सकता है. साथ ही सरकार के जनकल्याणकारी योजना को जन जन तक पहुंचना है. हमें रांची में होने वाले 21 तारीख की विशाल रैली में सभी लोग पंहुचे और झारखंड की ताकत को बताएं. इस बार हमें पूरी ताकत के साथ लड़ना है, उपचुनाव हमारे लिए अस्तित्व की लड़ाई है.